टोटके 7 PARASHMUNI

💯✔पूजन विधान में अति महत्वपूर्ण बातें

👉शास्त्रो में बांस की लकड़ी जलाना मना है फिर भी लोग अगरबत्ती जलाते है। जो की बांस की बानी होती है। अगरबत्ती जलाने से पितृदोष लगता है।

👉शास्त्रो में पूजन विधान में कही भी अगरबत्ती का उल्लेख नहीं मिलता सब जगह धुप ही लिखा हुआ मिलता है। अगरबत्ती तो केमिकल से बनाई जाती है भला केमिकल या बांस जलने से भगवान खुश कैसे होंगे ? अगरबत्ती जलाना बंद करे सब पंडित लोग। पूजन सामग्री में जब आप यजमान को अगरबत्ती लिख कर देंगे ही नहीं तो जलाने का सवाल ही नहीं। इस सत्य से यजमानो को अवगत कराये। आजकल लोगो को पितृ दोष बहुत होते है इसका एक कारन अगरबत्ती का जलना भी है। अस्तु
पूजा साधना करते समय बहुत सी ऐसी बातें हैं जिन पर सामान्यतः हमारा ध्यान नही जाता है लेकिन पूजा साधना की द्रष्टि से ये बातें अति महत्वपूर्ण हैं |

👉गणेशजी को तुलसी का पत्र छोड़कर सब पत्र प्रिय हैं। भैरव की पूजा में तुलसी का ग्रहण नही है।

👉कुंद का पुष्प शिव को माघ महीने को छोडकर निषेध है।

👉बिना स्नान किये जो तुलसी पत्र जो तोड़ता है उसे देवता स्वीकार नही करते।

👉रविवार को दूर्वा नही तोडनी चाहिए।

👉केतकी पुष्प शिव को नही चढ़ाना चाहिए।

👉केतकी पुष्प से कार्तिक माह में विष्णु की पूजा अवश्य करे।

👉देवताओं के सामने प्रज्जवलित दीप को बुझाना नही चाहिए।

👉शालिग्राम का आवाह्न तथा विसर्जन नही होता।

👉जो मूर्ति स्थापित हो उसमे आवाहन और विसर्जन नही होता।

👉तुलसीपत्र को मध्याहोंन्त्तर ग्रहण न करे।

👉पूजा करते समय यदि गुरुदेव ,ज्येष्ठ व्यक्ति या पूज्य व्यक्ति आ जाए तो उनको उठ कर प्रणाम कर उनकी आज्ञा से शेष कर्म को समाप्त करे।

👉मिट्टी की मूर्ति का आवाहन और विसर्जन होता है और अंत में शास्त्रीयविधि से गंगा प्रवाह भी किया जाता है।

👉कमल को पांच रात ,बिल्वपत्र को दस रात और तुलसी को ग्यारह रात बाद शुद्ध करके पूजन के कार्य में लिया जा सकता है।

👉पंचामृत में यदि सब वस्तु प्राप्त न हो सके तो केवल दुग्ध से स्नान कराने मात्र से पंचामृतजन्य फल जाता है।

👉शालिग्राम पर अक्षत नही चढ़ता। लाल रंग मिश्रित चावल चढ़ाया जा सकता है।

👉हाथ में धारण किये पुष्प , तांबे के पात्र में चन्दन और चर्म पात्र में गंगाजल अपवित्र हो जाते हैं।

👉पिघला हुआ घृत और पतला चन्दन नही चढ़ाना चाहिए।

👉दीपक से दीपक को जलाने से प्राणी दरिद्र और रोगी होता है।

👉दक्षिणाभिमुख दीपक को न रखे।

👉देवी के बाएं और दाहिने दीपक रखें। दीपक से अगरबत्ती जलाना भी दरिद्रता का कारक होता है।

👉द्वादशी , संक्रांति , रविवार , पक्षान्त और संध्याकाळ में तुलसीपत्र न तोड़े।

👉प्रतिदिन की पूजा में सफलता के लिए दक्षिणा अवश्य चढाएं।
आसन , शयन , दान , भोजन , वस्त्र संग्रह , ,विवाद और विवाह के समयों पर छींक शुभ मानी गयी है।

👉जो मलिन वस्त्र पहनकर , मूषक आदि के काटे वस्त्र , केशादि बाल कर्तन युक्त और मुख दुर्गन्ध युक्त हो, जप आदि करता है उसे देवता नाश कर देते है।

👉मिट्टी , गोबर को निशा में और प्रदोषकाल में गोमूत्र को ग्रहण न करे।

👉मूर्ती स्नान में मूर्ती को अंगूठे से न रगड़े।

👉पीपल को नित्य नमस्कार पूर्वाह्न के पश्चात् दोपहर में ही करना चाहिए। इसके बाद न करे।

👉जहाँ अपूज्यों की पूजा होती है और विद्वानों का अनादर होता है , उस स्थान पर दुर्भिक्ष , मरण , और भय उत्पन्न होता है।

👉पौष मास की शुक्ल दशमी तिथि , चैत्र की शुक्ल पंचमी और श्रावण की पूर्णिमा तिथि को लक्ष्मी प्राप्ति के लिए लक्ष्मी का पूजन करें

👉कृष्णपक्ष में , रिक्तिका तिथि में , श्रवणादी नक्षत्र में लक्ष्मी की पूजा न करे।

👉अपराह्नकाल में , रात्रि में , कृष्ण पक्ष में , द्वादशी तिथि में और अष्टमी को लक्ष्मी का पूजन प्रारम्भ न करे।

👉मंडप के नव भाग होते हैं , वे सब बराबर-बराबर के होते हैं अर्थात् मंडप सब तरफ से चतुरासन होता है। अर्थात् टेढ़ा नही होता।
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💯✔आइये जाने मनोकामना पूर्ति के अचूक गुप्त उपाय(टोने-टोटके)

हर मनुष्य की कुछ मनोकामनाएं होती है। कुछ लोग इन
मनोकामनाओं को बता देते हैं तो कुछ नहीं बताते। चाहते सभी हैं
कि किसी भी तरह उनकी मनोकामना पूरी हो जाए। लेकिन
ऐसा हो नहीं पाता। यदि आप चाहते हैं कि आपकी सोची हर
मुराद पूरी हो जाए तो नीचे लिखे प्रयोग करें। इन
टोटकों को करने से आपकी हर मनोकामना पूरी हो जाएगी।
उपाय—-
– तुलसी के पौधे को प्रतिदिन जल चढ़ाएं तथा गाय के
घी का दीपक लगाएं।
- रविवार को पुष्य नक्षत्र में श्वेत आक की जड़ लाकर उससे
श्रीगणेश की प्रतिमा बनाएं फिर उन्हें खीर का भोग लगाएं।
लाल कनेर के फूल तथा चंदन आदि के उनकी पूजा करें। तत्पश्चात
गणेशजी के बीज मंत्र (ऊँ गं) के अंत में नम: शब्द जोड़कर 108 बार
जप करें।
- सुबह गौरी-शंकर रुद्राक्ष शिवजी के मंदिर में चढ़ाएं।
- सुबह बेल पत्र (बिल्ब) पर सफेद चंदन की बिंदी लगाकर मनोरथ
बोलकर शिवलिंग पर अर्पित करें।
- बड़ के पत्ते पर मनोकामना लिखकर बहते जल में प्रवाहित करने
से भी मनोरथ पूर्ति होती है। मनोकामना किसी भी भाषा में
लिख सकते हैं।
- नए सूती लाल कपड़े में जटावाला नारियल बांधकर बहते जल में
प्रवाहित करने से भी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
इन प्रयोगों को करने से आपकी सभी मनोकामनाएं शीघ्र
ही पूरी हो जाएंगी।
इन उपायों से आएगी जीवन में खुशहाली —
सभी चाहते हैं कि उसके जीवन में खुशहाली रहे और सुख-
शांति बनी रहे पर हर व्यक्ति के साथ ऐसा नहीं होता। जीवन में
सुख और शांति का बना रहना काफी मुश्किल होता है। ऐसे
समय में उसे अपना जीवन नरक लगने लगता है। यदि आपके साथ
भी यही समस्या है तो आप नीचे लिखे साधारण
उपायों को अपनाकर अपने जीवन को खुशहाल बना सकते हैं। यह
उपाय इस प्रकार हैं-
- सुबह घर से काम के लिए निकलने से पहले नियमित रूप से गाय
को रोटी दें।
- एक पात्र में जल लेकर उसमें कुंकुम डालकर बरगद के वृक्ष पर
नियमित रूप से चढ़ाएं।
- सुबह घर से निकलने से पहले घर के सभी सदस्य अपने माथे पर चन्दन
तिलक लगाएं।
- मछलियों की आटे की गोली बनाकर खिलाएं।
- चींटियों को खोपरे व शकर का बूरा मिलाकर खिलाएं।
- शुद्ध कस्तूरी को चमकीले पीले कपड़े में लपेटकर
अपनी तिजोरी में रखें।
इन उपायों को पूर्ण श्रद्धा के साथ करने से जीवन में समृद्धी व
खुशहाली आने लगती है।
अपने पति को खिलाएं खीर, बढ़ेगा प्रेम—
अगर आपके दाम्पत्य जीवन में पहले
जैसी मधुरता नहीं रही या फिर रोज किसी न किसी बात पर
पति-पत्नी के बीच झगड़े होते हों तो समझ लीजिए कि आपके
दाम्पत्य जीवन में प्रेम का अभाव हो गया है। इस प्रेम को बढ़ाने
के लिए एक छोटा मगर असरदार उपाय इस प्रकार है-
उपाय—
शुक्ल पक्ष में पडऩे वाले किसी शुक्रवार के दिन पत्नी अपने
हाथों से प्रेम पूर्वक साबूदाने की खीर बनाएं लेकिन उसमें शक्कर
के स्थान पर मिश्री डालें। इस खीर को सबसे पहले भगवान
को अर्पित करें और इसके बाद पति-पत्नी थोड़ी-थोड़ी एक-दूसरे
को खिलाएं। भगवान से सुखमय दाम्पत्य की कामना करें। इस
दिन किसी लक्ष्मी मंदिर में जाकर इत्र का दान करें। अपने
शयनकक्ष में इत्र कदापि न रखें। कुछ दिनों तक यह प्रयोग करते रहें
। कुछ ही दिनों में दाम्पत्य जीवन सुखी हो जाएगा।
इस उपाय से आप अपने दुर्भाग्य को सौभाग्य में बदल सकते हें —
हर इंसान अपने दुर्भाग्य से पीछा छुड़ाना चाहता है। लेकिन
दुर्भाग्य से पीछा छुड़ाना इतना आसान
नहीं होता क्योंकि जब समय बुरा होता है तो साया भी साथ
छोड़ देता है। अगर आप चाहते हैं कि आपका दुर्भाग्य, सौभाग्य में
बदल जाए तो नीचे लिखे उपाय करें। यह उपाय आपके दुर्भाग्य
कौ सौभाग्य में बदल देंगे।
उपाय—-
1- बरगद(बड़) के पत्ते को गुरु पुष्य या रवि पुष्य योग में लाकर उस
पर हल्दी से स्वस्तिक बनाकर घर में रखें।
2- घर के मुख्य द्वार के ऊपर भगवान श्रीगणेश
की प्रतिमा अथवा चित्र इस प्रकार लगाएं कि उनका मुख घर
के अंदर की ओर रहे। उस पर सुबह दूर्वा अवश्य अर्पित करें।
3- धन संबंधी कार्य सोमवार एवं बुधवार को करें।
4- नए कार्य, व्यवसाय, नौकरी, रोजगार आदि शुभ कार्यों के
लिए जाते समय घर की कोई महिला एक मुठ्ठी काले उड़द उस
व्यक्ति के ऊपर से उतार कर भूमि पर छोड़ दे तो हर कार्य में
सफलता मिलेगी।
5- गरीब, असहाय, रोगी व किन्नरों की सहायता दान स्वरूप
अवश्य करें। यदि संभव हो तो किन्नरों को दिए पैसे में से एक
सिक्का वापस लेकर अपने कैश बॉक्स या लॉकर में रखें। इससे बहुत
लाभ होगा।
6- काली हल्दी की एक गांठ शुभ मुहूर्त में प्राप्त कर अपने घर में,
व्यवसायी अपने कैश बॉक्स में तथा व्यापारी अपने गल्ले में रखें।
7- रवि पुष्य नक्षत्र के शुभ मुहूर्त में बहेड़े की जड़ या एक
पत्ता तथा शंखपुष्पी की जड़ लाकर घर में रखें।
चांदी की डिब्बी में रखें तो और भी शुभ रहेगा।
जानिए क्या अंतर है ‘टोने’ व ‘टोटके’ में?
टोने-टोटके, यह शब्द हम कई बार सुनते हैं। सुनने में यह शब्द थोड़े
अजीब जरुर लगते हैं लेकिन यह तंत्र शास्त्र के एक सिक्के के
दो पहलू हैं बस इनकी क्रियाओं में थोड़ा अंतर है। साधारण
भाषा में कहें तो दैनिक जीवन में किए जाने वाले छोटे-छोटे
उपाय टोटका कहलाते हंै जबकि टोने विशेषत: समय पडऩे पर
ही प्रयोग में लाए जाते हैं। वह किसी विशेष कार्य सिद्धि के
लिए किए जाते हैं। जानते हैं इनके बीच क्या अंतर है-
टोटका—–
जब हम किसी यात्रा पर जा रहे हो और अचानक कोई छींक दे
तो हम थोड़ी देर रुक जाते हैं। ऐसे ही जब बिल्ली रास्ता काट
जाती है तो हम थोड़ी देर रुक कर चलते हैं या रास्ता बदल लेते हैं।
यात्रा पर किसी विशेष कार्य पर जाने से पहले
पानी पीना या दही का सेवन करना, यह सब
टोटका कहलाता है। टोटके साधारण प्रभावशाली होते हैं व
इनके निराकरण भी साधारण ही होते हैं।
टोना—–
विशेष कार्य सिद्धि के लिए हनुमान चालीसा, गायत्री मंत्र
या किसी अन्य मंत्र का जप विधि-विधान से जप
करना टोना कहलाता है। किसी यंत्र अथवा वस्तु
को अभिमंत्रित करके अपने पास रखना भी टोना का ही एक रूप
है। टोना टोटके का ही जटिल रूप है जो किसी विशेष कार्य
की सफलता के लिए पूरे विधि-विधान से किया जाता है।
टोना के लिए समय, मुहूर्त, स्थान आदि सब कुछ नियत होता है।
जब टोटके करें तो इन बातों का भी ध्यान रखें—
तंत्र शास्त्र में कई प्रकार के टोटके किए जाते हैं।
सभी का उद्देश्य अलग-अलग होता है। उद्देश्य के अनुसार ही उन
टोटकों को करने के लिए शुभ तिथि व महीना निश्चित है।
यदि इस दौरान वह टोटके किए जाए तो कई गुना अधिक फल देते
हैं। नीचे टोटकों से संबंधित कुछ साधारण दिशा-निर्देश दिए गए
हैं। टोटके करते समय इनका ध्यान रखें-
दिशा-निर्देश—-
- सम्मोहन सिद्धि, देव कृपा प्राप्ति अथवा अन्य शुभ एवं
सात्विक कार्यों की सिद्धि के लिए पूर्व दिशा की ओर मुख
करके टोटके किए जाते हैं।
- मान-सम्मान, प्रतिष्ठा व लक्ष्मी प्राप्ति के लिए किए जाने
वाले टोटकों के लिए पश्चिम दिशा की ओर मुख करके
बैठना शुभ होता है।
- उत्तर दिशा की ओर मुख करके उन टोटकों को किया जाता है
जिनका उद्देश्य रोगों की चिकित्सा, मानसिक शांति एवं
आरोग्य प्राप्ति होता है।
- रोग मुक्ति के लिए किए जाने वाले टोटकों के लिए मंगलवार
एवं श्रावण मास उत्तम समय है।
- मां सरस्वती की प्रसन्नता व शिक्षा में सफलता के लिए
बुधवार एवं गुरुवार तथा माघ, फाल्गुन और चैत्र मास में
टोटका करना चाहिए।
- संतान और वैभव पाने के लिए गुरुवार तथा आश्विन, कार्तिक
एवं मार्गशीर्ष मास में टोटकों का प्रयोग करना चाहिए।
ये उपाय बचाते हें टोने-टोटकों के अशुभ प्रभाव से —-
क्या आपको लगता है कि किसी ने आपके घर पर टोना-
टोटका किया है जिसके कारण आपके परिवार पर इसका अशुभ
प्रभाव पड़ रहा है तो घबराईए बिल्कुल मत क्योंकि यहां हम
आपको बता रहे हैं टोने-टोटको से बचने के साधारण व अचूक
उपाय। इन उपायों को करने से आपके घर व परिवार पर
किसी टोने-टोटके का प्रभाव नहीं पड़ेगा। यह उपाय इस प्रकार
हैं-
उपाय—-
- अपने घर के मुख्य दरवाजे पर भगवान श्रीगणेश
की मूर्ति स्थापित करें और सुबह उठकर उन्हें प्रणाम करें। इसके
बाद अपने द्वार, देहली व सीढ़ी आदि पर पानी का छिड़काव
करें। ऐसा करने से टोने-टोटके का प्रभाव नहीं पड़ता।
- नीम, बबूल या आम में से किसी पेड़ की टहनी पत्तियों सहित
मुख्य दरवाजे पर लटकाएं।
- शनिवार के दिन सात हरी मिर्च के बीच एक नींबू काले धागे में
पिरोकर मुख्य द्वार पर लटकाएं। इससे भी बुरी नजर नहीं लगेगी।
- सप्ताह के किसी एक दिन घर की साफ-सफाई करने के बाद एक
बाल्टी पानी में थोड़ी शक्कर और दूध डालकर कुश से
उसका छिड़काव पूरे घर में करें। आखिर में शेष पानी को दरवाजे
के दोनों और थोड़ा-थोड़ा डाल दें।
- अमावस के दिन एक ब्राह्मण को भोजन अवश्य कराएं। इससे
आपके पितर प्रसन्न होंगे और आपके घर व परिवार को टोने-
टोटको के अशुभ प्रभाव से बचाएंगे।
इस टोटके से आने लगेगा आपके घर में पैसा—-
कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनके घर में पैसों का आगमन बिल्कुल कम
होता है। उस घर के सदस्य कमाते तो बहुत हैं लेकिन घर में
पैसा नहीं आ पाता। दूसरे कामों में ही खर्च हो जाता है। अगर
ऐसा हो तो नीचे लिखा टोटका करने से घर में पैसों का आगमन
होने लगेगा और सुख-शांति भी बनी रहेगी।
टोटका—-
शुक्ल पक्ष के बुधवार की शाम को किसी केले के पौधे के समीप
जाएं। उस पर जल चढ़ाएं। हल्दी से तिलक करें और गुरु
बृहस्पति का ध्यान कर पौधे से अगले दिन (गुरुवार को)
थोड़ी सी जड़ ले जाने की आज्ञा मांगें। दूसरे दिन सूर्य निकलने
पर स्नान कर केले के पेड़ की पूजा करें और लकड़ी के एक टुकड़े से
पौधे की जड़ खोदकर निकल लें और घर ले आएं। इस जड़
को गंगाजल से धोकर केसर के जल में डाल दें।
घी का दीपक जलाकर ऊँ बृं बृहस्पते नम: मंत्र की एक
माला का जप करें और उस जड़ को जल से निकालकर पीले कपड़े
में लपेटकर अपनी तिजोरी में रखें। इसके बाद प्रति गुरुवार को उस
जड़ को केसर घुले गंगाजल में स्नान कराकर पुन: उस पीले कपड़े में
बांध कर इस मंत्र का जप करें और पुन: तिजोरी में रखें। जब भी यह
टोटका करें जरुरतमंदों को दान दें व बच्चों को मिठाई अवश्य
खिलाएं। इस तरह आपके घर में धन का आगमन होने लगेगा।
यदि हें नोकरी/जॉब के लिए परेशान …तो यह उपाय करें—
वर्तमान समय में बेरोजगारी एक बहुत बड़ी समस्या है। नौकरी न
होने के कारण न तो समाज में मान-सम्मान मिलता है और न
ही घर-परिवार में। यदि आप भी बेरोजगार हैं और बहुत प्रयत्न करने
पर भी रोजगार नहीं मिल रहा है तो निराश होने की कोई
जरुरत नहीं है। कुछ साधारण तांत्रिक उपाय कर आप रोजगार
पा सकते हैं।
- शनिवार को हनुमानजी के मंदिर में जाकर
सवा किलो मोतीचूर के लड्डुओं का भोग लगाएं।
घी का दीपक जलाएं और मंदिर में ही बैठकर लाल चंदन
की या मूंगा की माला से 108 बार नीचे लिखे मंत्र का जप करें-
कवन सो काज कठिन जग माही।
जो नहीं होय तात तुम पाहिं।।
इसके बाद 40 दिनों तक रोज अपने घर के मंदिर में इस मंत्र का जप
108 बार करें। 40 दिनों के अंदर ही आपको रोजगार मिलेगा।
- शनैश्चरी अमावस्या के दिन एक कागजी नींबू लें और शाम के
समय उसके चार टुकड़े करके किसी चौराहे पर चारों दिशाओं में
फेंक दें। इसके प्रभाव से भी जल्दी ने बेरोजगारी की समस्या दूर
हो जाएगी।
- मंगलवार से प्रारंभ करते हुए 40 दिनों तक रोज सुबह के समय नंगे
पैर हनुमानजी के मंदिर में जाएं और उन्हें लाल गुलाब के फूल
चढ़ाएं। ऐसा करने से भी शीघ्र ही रोजगार मिलता है।
- इंटरव्यू में जाने से पहले लाल चंदन की माला से नीचे लिखे मंत्र
का 11 बार जप करें-
ऊँ वक्रतुण्डाय हुं
जप से पूर्व भगवान गणेश की पूजा करें और गणपति अथर्वशीर्ष
का पाठ करते हुए दूध से अभिषेक करें।
—-
इस टोटके से हर बाधा हो जाएगी दूर —–
जीवन में कई ऐसे अवसर आते हैं जब हर काम में बाधा आने लगती है।
काम बनते-बनते बिगड़ जाते हैं। जहां से हमें उम्मीद होती है वहीं से
निराशा हाथ लगती है। ऐसे समय में अगर यह टोटका किया जाए
तो हर काम बनने लगते हैं और बाधाएं स्वत: ही दूर हो जाती हैं।
टोटका—-
सुबह उठकर नहाकर साफ पीले कपड़े पहनें। इसके बाद आसन
बिछाकर पूर्व दिशा की ओर मुंह करके बैठ जाएं और 7
हल्दी की साबूत गांठे, 7 जनेऊ, 7 पूजा की छोटी सुपारी, 7
पीले फूल व 7 छोटी गुड़ की ढेली एक पीले रंग के कपड़े में बांध लें।
अब भगवान सूर्य का स्मरण करें और अपनी मनोकामना पूर्ति के
लिए प्रार्थना करें। यह पोटली घर में कहीं ऐसी जगह रख दें
जहां कोई और उसे हाथ न लगाए। जब आपका कार्य हो जाए
तो यह पोटली किसी नदी या तालाब में प्रवाहित कर दें।
जल्दी होगी आपकी शादी यदि धनतेरस पर करें यह उपाय—
मत होईए। क्योंकि इस बार धनतेरस का पर्व सोमवार को होने
के कारण आपकी समस्या का समाधान निश्चित रूप से
हो जाएगा। धनतेरस का पर्व 24 अक्टूबर, सोमवार को है। यह
दिन भगवान शंकर को विशेष प्रिय है। इस दिन नीचे
लिखा उपाय करने से आपके विवाह में आ रही बाधाएं नष्ट
हो जाएंगी।
उपाय—
इस दिन सुबह जल्दी उठकर नित्य कर्मों से निवृत्त होकर भगवान
शंकर के मंदिर जाएं और शिवलिंग पर जलाभिषेक करें
तथा शिवलिंग पर 108 आंकड़े के फूल चढ़ाएं हुए ऊँ नम: शिवाय:
मंत्र का जप करते रहें। इसके बाद 21 बिल्व पत्र चढ़ाएं और भगवान
शंकर से शीघ्र विवाह के लिए प्रार्थना करें। धनतेरस के शुभ मुहूर्त
में किया गया यह उपाय जल्दी ही आपकी समस्या का निदान
करेगा।
इस उपाय से मिलेगी कर्ज से मुक्ति—
क्या आप कर्ज से परेशान है। बहुत कोशिश करने के बाद भी लोन
नहीं चुका पा रहे हैं तो आज यानी शनिवार को यह बहुत ही सरल
व अचूक उपाय करें। इस उपाय से निश्चित ही आपको कर्ज से
मुक्ति मिल जाएगी।
उपाय—-
शनिवार के दिन सुबह नित्य कर्म व स्नान आदि करने से बाद
अपनी लंबाई के अनुसार काल धागा लें और इसे एक नारियल
नारियल पर लपेट लें। इसका पूजन करें और इस नारियल को बहते हुए
जल में प्रवाहित कर दें। साथ ही यह भगवान से ऋण मुक्ति के लिए
प्रार्थना भी करें। इस छोटे से उपाय से शीघ्र ही आप कर्ज
की टेंशन से छुटकारा पा लेंगे।
यह उपाय करवाएगा मनचाहे स्थान पर तबादला —
नौकरी के लिए कई बार इंसान को अपना घर-परिवार सब
छोडऩा पड़ता है। ऐसे में वह अपने कार्य के
प्रति पूरी ईमानदारी नहीं बरत पाता। उसका मन अपने घर पर
ही लगा रहता है। उसे लगता है कि काश
मेरा तबादला वहां हो जाएं जहां मैं चाहता हूं। अगर आपके साथ
भी यही समस्या है तो नीचे लिखे उपाय से आपकी इस
समस्या का समाधान हो सकता है।
उपाय—-
शुक्रवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में चंद्रमा दिखाई देने पर सफेद
बर्फी या थोड़ा सा दही अपने ऊपर सात बार उतारें और अपने
मन में श्रद्धा व विश्वास के साथ चंद्रदेव से प्रार्थना करें- हे
चंद्रदेव। मेरा तबादला अमुक(स्थान का नाम बोलें) स्थान पर
करवाने की कृपा करें। सात बार यह क्रिया करते हुए मंत्र पढ़कर
बर्फी या दही को सूर्योदय से पहले किसी चौराहे पर जाकर रख
आएं। जिस दिशा में चंद्रमा आसमान में हो अपना मुख उस ओर
रखना चाहिए तथा यह क्रिया छत पर बाहर खुले में करें लेकिन
कोई देख न पाएं। अपना कार्य पूर्ण होने पर चंद्रमा को अध्र्य दें,
पूजा करें व सफेद बर्फी या खीर को भोग लगाएं।
यदि पूर्णिमा पर करें यह उपाय तो जल्दी होगी शादी—
कुछ लोग ऐसे होते हैं जिनकी शादी में काफी मुश्किलें आती हैं।
कई बार तो यह लोग काफी निराश हो जाते हैं। लेकिन उन्हें
निराश होने की कोई जरुरत नहीं है , पूर्णिमा के अवसर पर यदि वे
नीचे लिखे उपाय विधि-विधान से करेंगे तो न सिर्फ
उनका विवाह जल्दी होगा बल्कि उन्हें मनचाहा जीवन
साथी भी मिलेगा।
उपाय—-
- गरीबों को अपने सामथ्र्य के अनुसार पीले फल जैसे- आम,
केला आदि का दान करें।
- इस दिन नया पीला रुमाल अपने साथ में रखें।
- भगवान विष्णु के मंदिर में जाकर बेसन के लड्डू चढ़ाएं। लड्डू के
साथ सेहरे की कलगी भी चढ़ाएं। यह शीघ्र विवाह का अचूक
उपाय है।
- केल (केले के पेड़) की पूजा करें।
- इस दिन भोजन में केसर का उपयोग करें व केसर का तिलक
लगाएं।
- जरुरतमंदों को पीले वस्त्रों का दान करें।
- गुरु बृहस्पति के मंदिर में जाएं। उन्हें पीली मिठाई, फल, फूल व
वस्त्र अर्पण करें।
- एक किलो चने की दाल के साथ सोने का कोई आभूषण दान
करें। यदि लड़के की शादी नहीं हो रही है तो ब्राह्मण को दान
करें और यदि लड़की की शादी नहीं हो रही है
तो किसी कन्या को दान करें।
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💯✔डूबा हुआ / फँसा हुआ धन प्राप्त करने के उपाय

कई बार लोग किसी की मदद के लिए, दुकान, मकान, प्लाट या किसी रोजगार, किसी कंपनी या किसी सरकारी विभागों से कोई काम निकलवाने के धन दे देते है या अपना ही धन किसी के पास रखवा देते है लेकिन समय पर वह व्यक्ति आपका धन नहीं लौटाता है या आपका वह काम भी नहीं होता है और आपको आपका दिया धन भी नहीं वापस मिल पाता है तब बहुत ज्यादा मानसिक पीड़ा का सामना करना पड़ता है । धन वापस मिलने के सारे प्रयास विफल होते है, सम्बन्ध भी ख़राब हो जाते है । तब जब आपको सारे उपायों में असफलता मिले और आपको सारे रास्ते बंद नज़र आये तो ऐसी परिस्तिथियों में आप ये उपाए ईश्वर पर पूरी श्रद्धा और विश्वास से करें , आपको अवश्य ही लाभ नज़र आएगा।

यदि आपका धन किसी के पास फंस गया है और वह उसे वापस नहीं कर रहा तो आप रोज सुबह नहाने के पश्चात एक ताम्बे के पात्र में जल लेकर उसमें लाल मिर्च के 11 बीज डालकर सूर्यदेव को जल अर्पण करके उनसे अपने पैसे वापसी के लिए प्रार्थना करें।। इसके साथ ही "ओम आदित्याय नमः" की नित्य एक माला का जाप करें।

यदि किसी व्यक्ति के पास आपका धन फँसा है और वह देने में समर्थ है परन्तु फिर भी नहीं दे रहा है तो 2 'राजा कौड़ी' यह किसी भी पूजा की दुकान पर मिल जाएगी उस व्यक्ति के घर के सामने डाल दे जिसके पास आपका धन फँसा है इससे उसका मन बदल जाएगा और वह शीघ्र ही आपका धन आपको लौटा देगा । यह उपाय बिलकुल चुपचाप करें ।

किसी बुधवार के दिन, ( अगर कृष्ण पक्ष का बुधवार या बुधवार को पड़ने वाली अमावस्या हो तो और भी अच्छा है ) शाम के समय मीठे तेल की पाँच पूड़ियाँ बना कर उसमें सबसे ऊपर की पूड़ी पर रोली से एक स्वास्तिक का चिन्ह बनायें और उसके उपर सरसों का तेल डाल कर गेहूं के आटे का एक दिया रख लें। फिर दिया जलाकर उसपर भी रोली से तिलक करें और पीले अथवा लाल रंग के पुष्प अर्पित करें। इस दौरान लगातार भगवान श्री गणेश से उस व्यक्ति से अपना धन वापस दिलाने की प्रार्थना करते रहें। फिर बाएं हाथ में काली सरसों और काली उड़द के कुछ दाने लेकर निम्न मंत्र का 21 बार जप करते हुए उसे पूड़ी तथा दिए के उपर छोड़ते जाएँ ।

ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं ह्रैं ह्रूं ह्रः हेराम्बाय नमो नमः।
मम धनं प्रतिगृहं कुरु कुरु स्वाहा।

तत्पश्चात उसी रात को समस्त सामग्री को ले जाकर चुपचाप उस व्यक्ति के घर के मुख्य द्वार के सामने कुछ दुरी पर / सड़क के पार किसी ऐसे स्थान पर रख दें जहाँ से उसका मुख्यद्वार या घर नज़र आता हो।

और यदि आपको जिसके पास आपका पैसा फंसा है उसका पता नहीं मालूम है तो किसी भी शनिवार के दिन दक्षिण दिशा की ओर मुख कर हनुमान जी की प्रतिमा या चित्र के सामने एक सरसों के तेल का दीपक जलाएं, फिर उसमें सरसों के कुछ दाने, 2 लौंग और एक कपूर का टुकड़ा डाल कर 3 बार बजरंग बाण का पाठ करें और बजरंग बलि जी से प्रार्थना करें की वह व्यक्ति ( जिसके पास आपका धन फंसा है ) आपका सारा धन शीघ्र से शीघ्र वापस कर दे। इसके पश्चात इसी जलते हुए दीपक से एक चम्मच पर एक दो बूँद तेल लगा कर उसे लौ पर रखकर काजल बना लें।

फिर एक नए पतले, मुलायम कपड़े पर शमी वृक्ष की लकड़ी की कलम से उसी काजल से उस व्यक्ति का नाम लिखें जिसके पास आपके पैसे फँसे हैं। अब इस कपडे की पतली पतली बत्ती बना लें एवं आटे का एक दिया बनाकर उसमे तिल का तेल डाल इस बत्ती को जलाकर पुनः हनुमान जी की प्रतिमा के आगे 5 बार बजरंग बाण का पाठ करें और धन वापस प्राप्ति की प्रार्थना करें। ऐसा 21 शनिवार लगातार करें और इस बीच यदि आपका धन वापस मिल जाय तब भी इसे पूरा अवश्य ही करें । धन मिलने पर यथा संभव लड्डू , नारियल बूँदी आदि का प्रशाद चढ़ाएं ।

अपना डूबा हुआ धन प्राप्त करने के लिए आप शुक्रवार को कपूर को जला कर उसका काजल बना ले। फिर एक भोजपत्र पर उस व्यक्ति का नाम लिखे जिसके पास आपका धन है। इसके बाद आप उस कागज़ पर 7 बार थपकी देते हुए उस व्यक्ति से अपने धन की वापसी के लिए कहें फिर उस भोजपत्र को अपनी तिजोरी / अलमारी / बक्सा जहाँ पर आप धन रखते है उसके नीचे दबा दें।
अगर आप उसको जानते है तो काजल से भोजपत्र पर उसका नाम लिखकर वह कागज अपने पास रखकर उसके पास जाएँ और बिलकुल शान्त होकर उसको किसी भी तरीके से 7 बार थपकी देकर अपना धन वापस करने के लिए कहे और घर आकर उस भोजपत्र को उपरोक्त विधि से दबा दें । धीरे धीरे आपके धन की वापसी होने लागगी। यह समस्त उपाय बहुत ही कारगर है इन्हे बिलकुल चुपचाप पूर्ण श्रद्धा और विश्वास से करना चाहिए और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि धैर्य बनाये रखना चाहिए ।
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💯✔यमराज के खौफ और घर को विनाश से बचाने के लिए करे ये छोटा उपाय

केवल वृक्ष हमें बचा सकते हैं लेकिन हम तो पेड़ काट कर बेच डालने के विशेषज्ञ हैं। कभी सड़क चौड़ी करने के नाम पर, कभी बांध बनाने के नाम पर, कभी बिजली की लाइन निकालने के नाम पर, कभी स्कूल-अस्पताल बनाने के नाम पर कितने पेड़ काट कर खा गए कोई हिसाब नहीं, नए पेड़ लगवाने के नाम पर बस रिकार्ड बुक में नाम छपवाने में माहिर हैं हम लोग
गत पांच साल का ही लेखा-जोखा कर लें, कितने पेड़ लगे, कितने बाकी हैं? कितने पुराने पेड़ काट कर खा गए। राजमार्ग बनाने के नाम पर वन संपदा कितनी नष्ट कर दी हमने? कोई हिसाब नहीं हो सकता। धरती तो गर्म होगी ही। नाश भी होगा। तमाम पशु-पक्षी कीट सब समाप्त हो जाएंगे।
प्रकृति ने हमें सतत प्राणवायु प्रदान करने के लिए बरगद, पीपल आदि वृक्ष दिए। बरगद, पीपल को हिंदू आचार्यों ने धर्म से जोड़ दिया तो पाखड़ को इस्लामिक विद्वानों ने। कब्रिस्तान में पाखड़ के वृक्ष लगाने का प्रचलन हो गया। प्रकृति की अमूल्य संपदा सुरक्षित हो गई। पीपल तो किसी भी वृक्ष में अंकुरित होकर बड़ा हो जाता है, धरती तक जड़ें पहुंच जाती हैं आसानी से। बरगद इतनी आसानी से न तो उगता है, न ही बड़ा होता है। पीपल तो कहीं भी नाले के किनारे-दीवारों पर, छत पर  उग जाता है।

बरगद के नीचे भगवान बुद्ध ने साधना की, ज्ञान प्राप्त किया, तमाम जैन तीर्थंकरों ने बरगद के नीचे ही साधना की। कितने ही सूफियों संतों ने पीपल बरगद के नीचे ही साधना की, कितनी ही मजारें आज भी बरगद के नीचे ही पाई जाती हैं।

बरगद में औषधीय गुण भी बहुत हैं। इसके दूध से शारीरिक कमजोरी दूर होती है, नपुंसकता तक दूर हो जाती है। इसकी छाल के चूर्ण के सेवन से डायबिटीज ठीक हो जाती है। इसके पत्तों का तेल लगाकर गर्म करके बांध लेने से शरीर के किसी भी भाग की सूजन दूर हो जाती है।

बरगद के पूजन से अकाल मृत्यु की संभावना कम हो जाती है। ‘बढ़-मावस’ का त्यौहार इसका प्रमाण है।  बरगद का वृक्ष लगाने मात्र से आप अकाल मृत्यु से बच सकते हैं। बरगद का वृक्ष लगाना आसान है। किसी भी नदी के तट पर, स्कूल के परिसर में, अस्पताल के परिसर में, मंदिर में, नहर के किनारे, श्मशान में कहीं भी लगाया जा सकता है। कलम लगाइए, कुछ दिन सुरक्षा कीजिए, पशुओं से बचाइए, बाकी काम प्रकृत्ति स्वयं कर लेगी। तीन महीने में नए पत्ते निकल आएंगे। फिर तो यह वृक्ष ही प्राणी मात्र को छाया देगा, प्राणवायु देगा, ऊष्मा को कम करेगा।

भारत की 125 करोड़ की आबादी में से अगर एक करोड़ व्यक्ति भी इस वर्ष एक-एक बरगद लगा लें तो एक करोड़ नए बरगद, इस पृथ्वी को विनाश से बचा लेंगे। सूर्य को तो हम रोक नहीं पाएंगे लेकिन धरती को गर्म होने से जरूर बचा लेंगे।

क्या आपने अपने जीवनकाल में कहीं भी कोई भी बरगद वृक्ष सूखा देखा है? सूरज की गर्मी में जला देखा है? नहीं देखा होगा। मानव की आयु से अधिक, बहुत अधिक आयु होती है बरगद की। बरगद लगाकर आप प्राणी मात्र की सहायता करते हैं। बरगद सेवा से आप अकाल मृत्यु से बचते हैं।

बरगद की कलम खुले स्थान पर लगाएं और घर के अंदर बरगद की बोनसाई बनाकर घर को सुंदर बनाएं। बोनसाई नहीं भी बना सकते तो गमले में लगाकर घर में रखें। घर का वातावरण शुद्ध रहेगा। घर के बरगद का पूजन भी कीजिए। बरगद को अभिमंत्रित कर दीजिए महामृत्युंजय से, गायत्री मंत्र से, रामरक्षा स्रोत से, शिव कवच से, दुर्गा कवच से।  अभिमंत्रित बरगद घर में लगाकर तो देखें, विनाश से बचे रहेंगे।

घर में एक नहीं, अनेक बरगद उगाइए, बोनसाई के रूप में, गमले में, पुराने कपों में, गिलासों में, छोटे से गमलों में, पुराने सुंदर प्लास्टिक के डिब्बों में लगाकर देखें। घर की सुंदरता बढ़ेगी, शुभ होगा। विवाह समारोह हो, वर्षगांठ हो, संतान का जन्म हो, या किसी का स्वर्गारोहण, उस पल को जीवंत बनाए रखें, बरगद का वृक्ष लगाकर।
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💯✔परेशानियों को दूर भगाइये इन आसान से उपायों से

हम सबकी जिंदगी में बहुत सी उलझनें होती हैं समस्याएं होती हैं ,इन उलझनों को दूर करने का जब और कोई माध्यम हमें नहीं सूझता तब हम और आप तांत्रिक - मांत्रिक के लिए दौड भाग करना शुरू कर देतें हैं ,मैं आज आपको कुछ छोटे मगर चमत्कारिक उपायों के बारे में बताता हूँ जिनसे आप की अगर एक भी समस्या हल हो गयी तो मैं अपने इस ब्लॉग की रचना को सार्थक समझूंगा ,

अकारण परेशान करने वाले व्यक्ति से शीघ्र छुटकारा पाने के लिए :

यदि कोई व्यक्ति बगैर किसी कारण के परेशान कर रहा हो, तो शौच क्रिया काल में शौचालय में बैठे-
बैठे अभिमंत्रित जल से उस व्यक्ति का नाम लिखें और बाहर निकलने से पूर्व जहां पानी से नाम लिखा था, उस
स्थान पर अपने बाएं पैर से तीन बार ठोकर मारें। ध्यान रहे, यह प्रयोग स्वार्थवश न करें, अन्यथा हानि हो सकती है

शत्रु शमन के लिए :
साबुत उड़द की काली दाल के अभिमंत्रित 38 और चावल के 40 अभिमंत्रित दाने मिलाकर किसी गड्ढे में दबा दें और ऊपर से नीबू निचोड़ दें। नीबू निचोड़ते समय शत्रु का नाम लेते रहें, उसका शमन होगा और वह आपके विरुद्ध कोई कदमनहीं उठाएगा।
ससुराल में सुखी रहने के लिए :
कन्या अपने हाथ से हल्दी की 7 साबुत गांठें, पीतल का एक टुकड़ा और थोड़ा-सा गुड़ ससुराल की तरफ फेंके, ससुराल में सुरक्षित और सुखी रहेगी।घर की महिलाएं यदि किसी समस्या या बाधा से पीड़ित हों, तो निम्नलिखित प्रयोग करें...

"सवा पाव मेहंदी के तीन पैकेट (लगभग सौ ग्राम प्रति पैकेट) बनाएं और तीनों पैकेट लेकर काली मंदिर या शस्त्र धारण किए हुए किसी देवी की मूर्ति वाले मंदिर में जाएं। वहां दक्षिणा, पत्र, पुष्प, फल, मिठाई, सिंदूर तथा वस्त्र के साथ मेहंदी के उक्त तीनों पैकेट चढ़ा दें। फिर भगवती से कष्ट निवारण की प्रार्थना करें और एक फल तथा मेहंदी के दो पैकेट वापस लेकर कुछ धन के साथ किसी भिखारिन या अपने घर के आसपास सफाई करने वाली को दें। फिर उससे मेहंदी का एक पैकेट वापस ले लें और उसे घोलकर पीड़ित महिला के हाथों एवं पैरों में लगा दें। पीड़िता की पीड़ा मेहंदी के रंग उतरने के साथ-साथ धीरे-धीरे समाप्त हो जाएगी"
पति-पत्नी के बीच वैमनस्यता को दूर करने हेतु :
रात को सोते समय पत्नी पति के तकिये में सिंदूर की एक पुड़िया और पति पत्नी के तकिये में कपूर की २ टिकियां रख दें। प्रातः होते ही सिंदूर की पुड़िया घर से बाहर फेंक दें तथा कपूर को निकाल कर उस कमरे जला दें
पति को वश में करने के लिए :

    यह प्रयोग शुक्ल में पक्ष करना चाहिए ! एक पान का पत्ता लें ! उस पर चंदन और केसर का पाऊडर मिला कर रखें ! फिर दुर्गा माता जी की फोटो के सामने बैठ कर दुर्गा स्तुति में से चँडी स्त्रोत का पाठ 43 दिन तक करें ! पाठ करने के बाद चंदन और केसर जो पान के पत्ते पर रखा था, का तिलक अपने माथे पर लगायें ! और फिर तिलक लगा कर पति के सामने जांय ! यदि पति वहां पर न हों तो उनकी फोटो के सामने जांय ! पान का पत्ता रोज़ नया लें जो कि साबुत हो कहीं से कटा फटा न हो ! रोज़ प्रयोग किए गए पान के पत्ते को अलग किसी स्थान पर रखें ! 43 दिन के बाद उन पान के पत्तों को जल प्रवाह कर दें ! शीघ्र समस्या का समाधान होगा !

१-शनिवार की रात्रि में ७ लौंग लेकर उस पर २१ बार जिस व्यक्ति को वश में करना हो उसका नाम लेकर फूंक मारें और अगले रविवार को इनको आग में जला दें। यह प्रयोग लगातार ७ बार करने से अभीष्ट व्यक्ति का वशीकरण होता है।
२-अगर आपके पति किसी अन्य स्त्री पर आसक्त हैं और आप से लड़ाई-झगड़ा इत्यादि करते हैं। तो यह प्रयोग आपके लिए बहुत कारगर है, प्रत्येक रविवार को अपने घर तथा शयनकक्ष में गूगल की धूनी दें। धूनी करने से पहले उस स्त्री का नाम लें और यह कामना करें कि आपके पति उसके चक्कर से शीघ्र ही छूट जाएं। श्रद्धा-विश्वास के साथ करने से निश्चिय ही आपको लाभ मिलेगा।
३-शुक्ल पक्ष के प्रथम रविवार को प्रातःकाल स्नानादि से निवृत्त होकर अपने पूजन स्थल पर आएं। एक थाली में केसर से स्वस्तिक बनाकर गंगाजल से धुला हुआ मोती शंख स्थापित करें और गंध, अक्षत पुष्पादि से इसका पूजन करें। पूजन के समय गोघृत का दीपक जलाएं और निम्नलिखित मंत्र का 1 माला जप स्फटिक की माला पर करें। श्रद्धा-विश्वास पूर्वक 1 महीने जप करने से किसी भी व्यक्ति विशेष का मोहन-वशीकरण एवं आकर्षण होता है। जिस व्यक्ति का नाम, ध्यान करते हुए जप किया जाए वह व्यक्ति साधक का हर प्रकार से मंगल करता है। यह प्रयोग निश्चय ही कारगर सिद्ध होता है।
मंत्र : ऊँ क्रीं वांछितं मे वशमानय स्वाहा।''
४-.जिन स्त्रियों के पति किसी अन्य स्त्री के मोहजाल में फंस गये हों या आपस में प्रेम नहीं रखते हों, लड़ाई-झगड़ा करते हों तो इस टोटके द्वारा पति को अनुकूल बनाया जा सकता है।
गुरुवार अथवा शुक्रवार की रात्रि में १२ बजे पति की चोटी (शिखा) के कुछ बाल काट लें और उसे किसी ऐसे स्थान पर रख दें जहां आपके पति की नजर न पड़े। ऐसा करने से आपके पति की बुद्धि का सुधार होगा और वह आपकी बात मानने लगेंगे। कुछ दिन बाद इन बालों को जलाकर अपने पैरों से कुचलकर बाहर फेंक दें। मासिक धर्म के समय करने से अधिक कारगर सिद्ध होगा।
वैवाहिक सुख के लिए :
कन्या का विवाह हो जाने के बाद उसके घर से विदा होते समय एक लोटे में गंगाजल, थोड़ी सी हल्दी और एक पीला सिक्का डालकर उसके आगे फेंक दें, उसका वैवाहिक जीवन सुखी रहेगा।घर की कलह को समाप्त करने का उपाय
रोजाना सुबह जागकर अपने स्वर को देखना चाहिये,नाक के बायें स्वर से जागने पर फ़ौरन बिस्तर छोड कर अपने काम में लग जाना चाहिये,अगर नाक से दाहिना स्वर चल रहा है तो दाहिनी तरफ़ बगल के नीचे तकिया लगाकर दुबारा से सो जाना चाहिये,कुछ समय में बायां स्वर चलने लगेगा,सही तरीके से चलने पर बिस्तर छोड देना चाहिये।
कन्या विवाह हेतु :
१. यदि कन्या की शादी में कोई रूकावट आ रही हो तो पूजा वाले 5 नारियल लें ! भगवान शिव की मूर्ती या फोटो के आगे रख कर “ऊं श्रीं वर प्रदाय श्री नामः” मंत्र का पांच माला जाप करें फिर वो पांचों नारियल शिव जी के मंदिर में चढा दें ! विवाह की बाधायें अपने आप दूर होती जांयगी !
२. प्रत्येक सोमवार को कन्या सुबह नहा-धोकर शिवलिंग पर “ऊं सोमेश्वराय नमः” का जाप करते हुए दूध मिले जल को चढाये और वहीं मंदिर में बैठ कर रूद्राक्ष की माला से इसी मंत्र का एक माला जप करे ! विवाह की सम्भावना शीघ्र बनती नज़र आयेगी

परिवार में शांति बनाए रखने के लिए :
बुधवार को मिट्टी के बने एक शेर को उसके गले में लाल चुन्नी बांधकर और लाल टीका लगाकर माता के मंदिर में रखें और माता को अपने परिवार की सभी समस्याएं बताकर उनसे शांति बनाए रखने की विनती करें। यह क्रिया निष्ठापूर्वक करें, परिवार में शांति कायम होगी।
दिमाग से चिन्ता हटाने का टोटका :
अधिकतर पारिवारिक कारणों से दिमाग बहुत ही उत्तेजना में आजाता है,परिवार की किसी समस्या से या लेन देन से,अथवा किसी रिस्तेनाते को लेकर दिमाग एक दम उद्वेलित होने लगता है,ऐसा लगने लगता है कि दिमाग फ़ट पडेगा,इसका एक अनुभूत टोटका है कि जैसे ही टेंसन हो एक लोटे में या जग में पानी लेकर उसके अन्दर चार लालमिर्च के बीज डालकर अपने ऊपर सात बार उबारा (उसारा) करने के बाद घर के बाहर सडक पर फ़ेंक दीजिये,फ़ौरन आराम मिल जायेगा।
मानसिक परेशानी दूर करने के लिए :
रोज़ हनुमान जी का पूजन करे व हनुमान चालीसा का पाठ करें ! प्रत्येक शनिवार को शनि को तेल चढायें ! अपनी पहनी हुई एक जोडी चप्पल किसी गरीब को एक बार दान करें
व्यक्तिगत बाधा निवारण के लिए:
हमारी या हमारे परिवार के किसी भी सदस्य की ग्रह स्थिति थोड़ी सी भी अनुकूल होगी तो हमें निश्चय ही इन उपायों से भरपूर लाभ मिलेगा।
व्यापार, विवाह या किसी भी कार्य के करने में बार-बार असफलता मिल रही हो तो यह टोटका करें- सरसों के तैल में सिके गेहूँ के आटे व पुराने गुड़ से तैयार सात पूये, सात मदार (आक) के पुष्प, सिंदूर, आटे से तैयार सरसों के तैल का रूई की बत्ती से जलता दीपक, पत्तल या अरण्डी के पत्ते पर रखकर शनिवार की रात्रि में किसी चौराहे पर रखें और कहें -“हे मेरे दुर्भाग्य तुझे यहीं छोड़े जा रहा हूँ कृपा करके मेरा पीछा ना करना।´´ सामान रखकर पीछे मुड़कर न देखें।
रोग से छुटकारा पाने के लिए :
    यदि बीमारी का पता नहीं चल पा रहा हो और व्यक्ति स्वस्थ भी नहीं हो पा रहा हो, तो सात प्रकार के अनाज एक-एक मुट्ठी लेकर पानी में उबाल कर छान लें। छने व उबले अनाज (बाकले) में एक तोला सिंदूर की पुड़िया और ५० ग्राम तिल का तेल डाल कर कीकर (देसी बबूल) की जड़ में डालें या किसी भी रविवार को दोपहर १२ बजे भैरव स्थल पर चढ़ा दें।

    बदन दर्द हो, तो मंगलवार को हनुमान जी के चरणों में सिक्का चढ़ाकर उसमें लगी सिंदूर का तिलक करें। पानी पीते समय यदि गिलास में पानी बच जाए, तो उसे अनादर के साथ फेंकें नहीं, गिलास में ही रहने दें। फेंकने से मानसिक अशांति होगी क्योंकि पानी चंद्रमा का कारक है।

नजर बाधा दूर करने के लिए :

    मिर्च, राई व नमक को पीड़ित व्यक्ति के सिर से वार कर आग में जला दें। चंद्रमा जब राहु से पीड़ित होता है तब नजर लगती है। मिर्च मंगल का, राई शनि का और नमक राहु का प्रतीक है। इन तीनों को आग (मंगल का प्रतीक) में डालने से नजर दोष दूर हो जाता है। यदि इन तीनों को जलाने पर तीखी गंध न आए तो नजर दोष समझना चाहिए। यदि आए तो अन्य उपाय करने चाहिए।
    किसी रोग से ग्रसित होने पर : सोते समय अपना सिरहाना पूर्व की ओर रखें ! अपने सोने के कमरे में एक कटोरी में सेंधा नमक के कुछ टुकडे रखें ! सेहत ठीक रहेगी !
    एक रुपये का सिक्का रात को सिरहाने में रख कर सोएं और सुबह उठकर उसे श्मशान के आसपास फेंक दें, रोग से मुक्ति मिल जाएगी
    सिन्दूर लगे हनुमान जी की मूर्ति का सिन्दूर लेकर सीता जी के चरणों में लगाएँ। फिर माता सीता से एक श्वास में अपनी कामना निवेदित कर भक्ति पूर्वक प्रणाम कर वापस आ जाएँ। इस प्रकार कुछ दिन करने पर सभी प्रकार की बाधाओं का निवारण होता है

शादी करने का अनुभूत उपाय :
पुरुषों को विभिन्न रंगों से स्त्रियों की तस्वीरें और महिलाओं को लाल रंग से पुरुषों की तस्वीर सफ़ेद कागज पर रोजाना तीन महिने तक एक एक बनानी चाहिये।
अगर लड़की की उम्र निकली जा रही है और सुयोग्य लड़का नहीं मिल रहा। रिश्ता बनता है फिर टूट जाता है। या फिर शादी में अनावश्यक देरी हो रही हो तो कुछ छोटे-छोटे सिद्ध टोटकों से इस दोष को दूर किया जा सकता है। ये टोटके अगर पूरे मन से विश्वास करके अपनाए जाएं तो इनका फल बहुत ही कम समय में मिल जाता है। जानिए क्या हैं ये टोटके :-
1. रविवार को पीले रंग के कपड़े में सात सुपारी, हल्दी की सात गांठें, गुड़ की सात डलियां, सात पीले फूल, चने की दाल (करीब 70 ग्राम), एक पीला कपड़ा (70 सेमी), सात पीले सिक्के और एक पंद्रह का यंत्र माता पार्वती का पूजन करके चालीस दिन तक घर में रखें। विवाह के निमित्त मनोकामना करें। इन चालीस दिनों के भीतर ही विवाह के आसार बनने लगेंगे।
2. लड़की को गुरुवार का व्रत करना चाहिए। उस दिन कोई पीली वस्तु का दान करे। दिन में न सोए, पूरे नियम संयम से रहे।
3. सावन के महीने में शिवजी को रोजाना बिल्व पत्र चढ़ाए। बिल्व पत्र की संख्या 108 हो तो सबसे अच्छा परिणाम मिलता है।
4. शिवजी का पूजन कर निर्माल्य का तिलक लगाए तो भी जल्दी विवाह के योग बनते हैं।

घर में खुशहाली तथा दुकान की उन्नति हेतु :

    घर या व्यापार स्थल के मुख्य द्वार के एक कोने को गंगाजल से धो लें और वहां स्वास्तिक की स्थापना करें और उस पर रोज चने की दाल और गुड़ रखकर उसकी पूजा करें। साथ ही उसे ध्यान रोज से देखें और जिस दिन वह खराब हो जाए उस दिन उस स्थान पर एकत्र सामग्री को जल में प्रवाहित कर दें। यह क्रिया शुक्ल पक्ष के बृहस्पतिवार को आरंभ कर ११ बृहस्पतिवार तक नियमित रूप से करें। फिर गणेश जी को सिंदूर लगाकर उनके सामने लड्डू रखें तथा ÷जय गणेश काटो कलेश' कहकर उनकी प्रार्थना करें, घर में सुख शांति आ जागी
    सफलता प्राप्ति के लिए :प्रातः सोकर उठने के बाद नियमित रूप से अपनी हथेलियों को ध्यानपूर्वक देखें और तीन बार चूमें। ऐसा करने से हर कार्य में सफलता मिलती है। यह क्रिया शनिवार से शुरू करें।

धन लाभ के लिए :

    शनिवार की शाम को माह (उड़द) की दाल के दाने पर थोड़ी सी दही और सिंदूर डालकर पीपल के नीचे रख आएं। वापस आते समय पीछे मुड़कर नहीं देखें। यह क्रिया शनिवार को ही शुरू करें और ७ शनिवार को नियमित रूप से किया करें, धन की प्राप्ति होने लगेगी।

संपत्ति में वृद्धि हेतु :
किसी भी बृहस्पतिवार को बाजार से जलकुंभी लाएं और उसे पीले कपड़े में बांधकर घर में कहीं लटका दें। लेकिन इसे बार-बार छूएं नहीं। एक सप्ताह के बाद इसे बदल कर नई कुंभी ऐसे ही बांध दें। इस तरह ७ बृहस्पतिवार करें। यह निच्च्ठापूर्वक करें, ईश्वर ने चाहा तो आपकी संपत्ति में वृद्धि अवष्य होगी।

यदि घर के छोटे बच्चे पीड़ित हों, तो मोर पंख को पूरा जलाकर उसकी राख बना लें और उस राख से बच्चे को नियमित रूप से तिलक लगाएं तथा थोड़ी-सी राख चटा दें।

व्यापार वृद्धि हेतु :
व्यापार स्थल पर किसी भी प्रकार की समस्या हो, तो वहां श्वेतार्क गणपति तथा एकाक्षी श्रीफल की स्थापना करें। फिर नियमित रूप से धूप, दीप आदि से पूजा करें तथा सप्ताह में एक बार मिठाई का भोग लगाकर प्रसाद यथासंभव अधिक से अधिक लोगों को बांटें। भोग नित्य प्रति भी लगा सकते हैं।

जहरीले जानवर के काटने का उपाय :
अधिकतर जाने अन्जाने में जहरीला जानवर जैसे बर्र ततैया बिच्छू मधुमक्खी आदि अपना डंक मार देते है,दर्द के मारे छटपटाहट होने लगती है,और उस समय कोई दवा नही मिलपाती है तो और भी हालत खराब हो जाती है,इसका एक अनुभूत टोटका है कि जिस स्थान पर काटा है,उसके उल्टे स्थान को पानी धो डालिये जहर खत्म हो जायेगा,जैसे दाहिने हाथ की उंगली में डंक मारा है,तो बायें हाथ की उसी उंगली को पानी से धो डालिये,बायें हिस्से में डंक मारा है तो उसी स्थान को दाहिने भाग में पानी से धो डालिये।

पढाई में याददास्त बढाने का टोटका :
याददास्त कोई हौवा नही है,कि याद होता नही है, और याद होता नही है तो पढाई बेकार हो जाती है,परीक्षा में परिणाम नकारात्मक आता है,और दिमाग का एक कौना मानने लगता है कि यह पढाई बेकार है,इसे छोड कर कोई जीवन यापन का काम कर लेना चाहिये,और इस बेकार के झमेले को छोड देना चाहिये,लेकिन नही अगर वास्तव मे आपको पढने का चाव है और आप चाहते है कि आपका परिणाम भी उन्ही लोगों की तरह से आये जैसे कि ब्रिलियेंन्ट बच्चों का आता है,तो इस टोटके को आजमा लीजिये।

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