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Showing posts from February, 2019

विवाह के उपाय PARASHMUNI

💯✔ कन्या विवाह बाधा निवारक प्रयोग १. यदि कन्या की शादी में कोई रूकावट आ रही हो तो पूजा वाले 5 नारियल लें ! भगवान शिव की मूर्ती या फोटो के आगे रख कर “ऊं श्रीं वर प्रदाय श्री नामः” मंत्र का पांच माला जाप करें फिर वो पांचों नारियल शिव जी के मंदिर में चढा दें ! विवाह की बाधायें अपने आप दूर होती जांयगी ! २. प्रत्येक सोमवार को कन्या सुबह नहा-धोकर शिवलिंग पर “ऊं सोमेश्वराय नमः” का जाप करते हुए दूध मिले जल को चढाये और वहीं मंदिर में बैठ कर रूद्राक्ष की माला से इसी मंत्र का एक माला जप करे ! विवाह की सम्भावना शीघ्र बनती नज़र आयेगी,…… _______________ 💯✔ विवाह के उपाय /प्रयोग और सावधानियां समय पर अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने की इच्छा के कारण माता-पिता व भावी वर-वधू भी चाहते है कि अनुकुल समय पर ही विवाह हो जायें. कुण्डली में विवाह विलम्ब से होने के योग होने पर विवाह की बात बार-बार प्रयास करने पर भी कहीं बनती नहीं है. इस प्रकार की स्थिति होने पर शीघ्र विवाह के उपाय करने हितकारी रहते है. उपाय करने से शीघ्र विवाह के मार्ग बनते है. तथा विवाह के मार्ग की बाधाएं दूर होती है. उपाय करते समय ध्य

पितृ-दोष PARASHMUNI

💯✔ पितृ-दोष पितृ गण हमारे वह पूर्वज  हैं जो पहले हमारे कुलों में जन्मे थे और अब उनका देहांत हो चूका है |इनका ऋण भी हमारे ऊपर होता है ,क्योंकि उन्होंने कोई ना कोई उपकार हमारे जीवन के लिए  किया होता है , न भी किया हो तो वह हमारे कुलों और वंश में उत्पन्न होने से भावनाओं के कारण हमसे जुड़े होते हैं ,जब तक की उनकी मुक्ति न हो जाय |किसी भी मृतक आत्मा के लिए मुक्ति कई कारणों पर नित्भर करती है और कुछ की मुक्ति कुछ दिनों में तो कुछ की हजारों वर्षों में भी हो सकती है |इनके पित्र अथवा प्रेत शरीर का क्षरण कुछ महीनों में भी हो सकता है और सैकड़ों वर्षों में भी पूर्ण नहीं हो सकता ,यह उसकी प्रकृति पर निर्भर करता है और निर्भर इस बात पर करता है की उनकी मृत्यु कैसे हुई थी अथवा मृत्यु समय उनकी शारीरिक स्थिति क्या थी | पित्र मनुष्यों के सबसे करीब से सम्बन्धत आत्माएं हुआ करती हैं अतः मनुष्य लोक से ऊपर पितृ लोक होता है |पितृ लोक के ऊपर सूर्य लोक है एवं इस से भी ऊपर स्वर्ग लोक है|  आत्मा जब अपने शरीर को त्याग कर सबसे पहले ऊपर उठती है तो वह पितृ लोक में जाती है ,वहाँ हमारे पूर्वज  मिलते हैं |अगर उस आत्मा के अ