गायत्री मंत्र PARASHMUNI
#गायत्री_मंत्र के अलावा गायत्री के ये 24 मंत्र भी हैं जिनमें हैं 24 देवताओं का वास, इन मंत्रों के जप से हो जाता हैं सभी कष्टों का नाश । भूत प्रेत, चोर डाकू, राज कोप, आशंका, भय, अकाल मृत्यु, रोग और अनेक प्रकार की बाधाओं का निवारण करके मनुष्य को सदैव तेजश्वी बनाय रखता है । इन मंत्रों को प्रतिदिन जपने से सुख, सौभाग्य, समृद्धि और ऎश्वर्य की होती हैं प्राप्ति । 1- #गणेश_गायत्री:- यह मंत्र समस्त प्रकार के विघ्नों का निवारण करने में सक्षम है । मंत्र- ।। ॐ एक दृष्टाय विद्महे वक्रतुण्डाय धीमहि। तन्नो बुद्धिः प्रचोदयात् ।। 2- #नृसिंह_गायत्री:- इस मंत्र से पुरषार्थ एवं पराक्रम की बृद्धि होती है । मंत्र- ।। ॐ उग्रनृसिंहाय विद्महे वज्रनखाय धीमहि। तन्नो नृसिंह: प्रचोदयात् ।। 3- #विष्णु_गायत्री:- यह मंत्र पारिवारिक कलह को समाप्त करता है । मंत्र- ।। ॐ नारायण विद्महे वासुदेवाय धीमहि। तन्नो विष्णु: प्रचोदयात् ।। 4- #शिव_गायत्री:- यह मंत्र सभी प्रकार का कल्याण करने में अद्भूत कार्य कर्ता है । मंत्र- ।। ॐ पंचवक्त्राय विद्महे महादेवाय धीमहि। तन्नो रुद्र: प्रचोदयात् ।। 5- #कृष्ण_गायत्री:- यह मंत्र कर्म