टोटके 2 PARASHMUNI

💯✔कुछ उपयोगी जानकारी

चिर यौवन और कामदेव सा सौंदर्य पाना सभी की अभिलाषा होती है अतः इसके लिए किसी शुक्रवार को यह उपाय करना चाहिए। किसी शुक्ल पक्ष के शुक्रवार को सुबह जल्दी उठकर नहाकर साफ वस्त्र पहनें और इसके बाद केसर का तिलक लगाएं। अब पूर्व दिशा की ओर मुख कर कुश के आसन पर बैठ जाएं। अब स्फटिक या सफेद हकीक की माला से आगे लिखे मंत्र की 11 माला का जप करें।

मंत्र इस प्रकार है : –

ॐ ऐं सौंदर्य सिद्धि ऐं ॐ।

जप की समाप्ति के बाद इस माला को एक सफेद कपड़े में लपेट कर किसी नदी में प्रवाहित कर दें। इस टोटके का प्रभाव आपको कुछ ही दिनों में दिखने लगेगा। अगर आप बहुत ही अधिक प्रभावशाली और आकर्षक बनना चाहते हैं तो यह उपाय यथा संभव करते ही रहें कुछ ही महीनों में आपको इस उपाय के चमत्कार का अनुभव स्वयं होने लगेगा।

लोग हमेशा परेशान रहते है की उन्होंने किसी का क्या बिगाड़ा है जो मेरा बुरा हो रहा है| अचानक घर में चोरी हो जाना, बिना कुछ किये बदनामी होना एवं हमेशा बिमारिओं से घिरा रहना| ये साडी चीजों होती है आपकी कुंडली के ग्रह कमजोर होने पर या उनकी बुरी छाया होने पर आइये जानते है की किस ग्रह के कमजोर होने पर आपकी कुंडली पर क्या असर होता है|

बृहस्पति ग्रह ज्ञान के कारक होते है।धनु और मीन ग्रह के स्वामी हैं। वृहस्पति ग्रह ख़राब होने से कौन कौन सी बीमारियां होती है?

कैसे होता है गुरु खराब?
घर में हवा आने वाले रास्ते यदि खराब हैं तो गुरु भी खराब हो जाएगा।
दक्षिण का द्वार भी ‍गुरु के खराब होने की निशानी है।
ईशान कोण यदि दूषित है तो गुरु भी खराब हो जाएगा।
कुछ लोग किसी बाबा या गुरु के प्रभाव में आकर अपने विचारों को दूषित कर लेते हैं।
कुछ लोग माला आदि पहने लग जाते हैं या दाढ़ी बढ़ा लेते हैं तो उनका गुरु खराब हो जाता है।
जिनके सिर पर चोटी के स्थान से बाल उड़ जाते हैं, तो समझो उनका गुरु खराब है।
आपका अपने पिता से विवाद चलता रहता है तो भी गुरु खत्म हो जाएगा।
व्यक्ति अकारण झूठ बोलता रहता है तो भी गुरु अपना अच्छा असर देना बंद कर देता है।
शराब पीने और मांस खाते रहने से भी कुंडली में गुरु नष्ट हो जाता है।
2, 5, 9, 12वें भाव में बृहस्पति के शत्रु ग्रह हों या शत्रु ग्रह उसके साथ हों तो बृहस्पति मंदा होता है।

यदि बृहस्पति कुंडली की उच्च राशि के अलावा 2, 5, 9, 12वें भाव में हो तो भी शुभ होता है, लेकिन लोग अपने कर्मों से इसे अशुभ कर लेते हैं।
बिना कारण शिक्षा रुक जाती है।
आंखों में तकलीफ होना, मकान और मशीनों की खराबी, अनावश्यक दुश्मन पैदा होना, धोखा होना, सांप के सपने आना भी गुरु खराब की निशानी हैं।
गुरु खराब होने की निशानी यह भी है कि आपका सोना खो जाता है या आप उसे गिरवी रख देते हैं या बेच देते हैं।
व्यक्ति के संबंध में व्यर्थ की अफवाहें उड़ाई जाती हैं।बेवजह बदनामी होती है।
उचित उपाय करके आप अपनी कुंडली के अनुसार आपने ग्रहो को ठीक कर सकते है और अपनी समस्या से छुटकारा पा सकते है।

💯✔ग्रहों और भाग्य की बड़ी से बड़ी बाधा को काट देता है यह हनुमान मंत्र

अगर जीवन में कोई बहुत बड़ी समस्या आ गई हो अथवा किसी ग्रह विशेष (यथा शनि की साढ़े साती अथवा राहू की महादशा) जैसे कारणों के चलते आपका जीवन बुरी तरह प्रभावित हो रहा है तो आपके लिए हनुमानजी का यह प्रयोग बहुत ही उपयोगी है।

कैसे करें यह प्रयोग

इसके लिए आपको हनुमानजी की पूजा-अर्चना कर उनके मंत्र का सवा लाख जप आरंभ करना होगा। हनुमानजी के साथ ही भगवान शिव, पार्वती तथा श्रीराम दरबार की भी नियमित रूप से पूजा करें। प्रयोग के लिए अपने गुरुदेव से इस मंत्र को सीखें। अगर आप इस प्रयोग को नहीं कर सकते तो किसी योग्य विद्वान पंडित से भी इस मंत्र का जाप करवाया जा सकता है। मंत्र इस प्रकार है

ऊँ हरि मर्कट मर्कटाय स्वाहा

पूरे विधि-विधान से किसी एकांत तथा शुद्ध स्थान पर इस मंत्र की आराधना आरंभ करें। इस मंत्र का सवा लाख जाप करना होता है, जिसके बाद यज्ञ करते हुए इसी मंत्र से 12,500 आहुति भी देनी होती है। इस प्रयोग के आरंभ होने के बाद कुछ अशुभ या अनिष्ट होता दिखाई दे तो भी घबराएं नहीं वरन पूरी श्रद्धा और विश्वास के साथ जप करते रहें। जप पूर्ण होते ही आपकी मनोकामना पूर्ण होगी

प्रयोग के दौरान ध्यान रखें ये सावधानियां
यह प्रयोग अत्यन्त उग्र तथा तुरंत ही फल देने वाला है अतः इस प्रयोग को करते समय विशेष सावधानियां रखनी होती हैं। जितने दिन भी आप इस प्रयोग को करें, ब्रह्मचर्य तथा सात्विक आचार-विचारों का पालन करें। भूल से भी किसी का अहित न करें।

💯✔गणेश जी के इस अंग का न करें दर्शन, आती है दरिद्रता

गणेश जी का स्वरूप बहुत मनोहर एवं मंगलदायक है। वह एकदंत और चतुर्बाहु हैं। वह अपने चारों हाथों में पाश, अंकुश, दंत और वरमुद्रा धारण करते हैं। उनके ध्वज में मूषक का चिन्ह है। वे रक्तवर्ण,  लम्बोदर, शूर्पकर्ण तथा रक्त वस्त्रधारी हैं। अपने स्वजनों, उपासकों पर कृपा करने के लिए वह साकार हो जाते हैं। उनके मुख का दर्शन करना अत्यंत मंगलमय माना जाता है लेकिन क्या आप जानते हैं उनका एक अंग ऐसा भी है जिसके दर्शन करने से दरिद्रा आती है।


गणपति जी के कानों में वैदिक ज्ञान, सूंड में धर्म, दाएं हाथ में वरदान, बाएं हाथ में अन्न, पेट में सुख-समृद्धि, नेत्रों में लक्ष्य, नाभि में ब्रह्मांड, चरणों में सप्तलोक और मस्तक में ब्रह्मलोक होता है। जो जातक शुद्ध तन और मन से उनके इन अंगों के दर्शन करता है उसकी विद्या, धन, संतान और स्वास्थ्य से संबंधित सभी इच्छाएं पूरी होती हैं। इसके अतिरिक्त जीवन में आने वाली अड़चनों और संकटों से छुटकारा मिलता है।


शास्त्रों के अनुसार गणपति बप्पा की पीठ के दर्शन नहीं करने चाहिए। मान्यता है की उनकी पीठ में दरिद्रता का निवास होता है, इसलिए पीठ के दर्शन नहीं करने चाहिए।  अनजाने में पीठ के दर्शन हो जाएं तो पुन: मुख के दर्शन कर लेने से यह दोष समाप्त हो जाता है।

💯✔इन बातो का रखें ध्यान:

* एक घर में तीन गणपति की पूजा न करें।

* घर के मेन गेट पर गणेशजी का स्वरूप लगाकर उसके ठीक पीछे उनका दूसरा स्वरूप इस प्रकार लगाएं कि दोनों की पीठ एक दूसरी से मिली रहें, इससे वास्तुदोष शांत होता है ।

* घर या ऑफिस में श्रीगणेश का स्वरूप लगते समय यह ध्यान रखें की इन का मुंह दक्षिण-पश्चिम दिशा में न हो

पूर्णिमा के दिन या फिर किसी शुभ मुहूर्त के दिन सुबह जल्दी उठ कर, अपने प्रतिदिन के सभी कार्यो को पूरा कर ले इसके बाद आप एक लाल रंग का रेशमी कपडा ले ले. अब आप उस लाल कपडे में 21 पीले चावल के दाने रखे, चावल को पिला रंग देने के लिए हल्दी का प्रयोग करे. इस बात को जरुर सुनिश्चित कर ले के चावल के सभी दाने पूर्ण हो मतलब अखंडित न हो, अगर कोई दाना टुटा हुआ है तो आप उस दाने को हटा कर उसकी जगह पूर्ण दाने को रख दे. अब आप धन की देवी लक्ष्मी की पूरे विधि विधान से पूजा करे, आप इन लाल कपडे में बंधे चावल को भी पूजा में सम्मलित कीजिये. जब आप अपनी पूजा को पूर्ण कर ले तब आप इस लाल कपडे में बंधे चावलों को अपने पर्स में छुपा कर रख ले. इस उपाय से भी आपको धन की प्राप्ति होगी, आपकी धन से सम्बंधित सारी परेशानिया दूर हो जाएँगी और आप पर महालक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी.

💯✔सूर्य भगवान का हमारे जीवन में अत्यधिक महत्व है। सूर्य भगवान की प्रसन्नता हेतु इस लेख के द्वारा में आपको कुछ पूजन व उपाय बताऊंगा जिन्हें करने से व्यक्ति अनेक समस्याओं से बाहर आ सकता है जानिये सूर्य को प्रसन्न करने के प्रभावशाली उपाय….

हमेशा शुभ फल देता है, जन्म कुंडली का यह योग….

1- सूर्योदय समय सूर्य भगवान को अर्घ्य देने से समस्त पाप नष्ट हो जाते है। दरिद्रता व अन्य नकारात्मकता समाप्त हो जाती है।

2- सूर्य अदित्या हृदय स्तोत्र का पाठ अत्यधिक चमत्कारी व प्रभावशाली हैं। शत्रुदमन, रोग शमन, और भय से मुक्त करता है।

3- सूर्य भगवान को नित्य अष्टांग नमन करना चाहिये। ऐसा करने से शारीरिक व मानसिक व्याधियां लुप्त हो जाती हैं।

नाम, यश, सुख-समृद्धि व प्रसन्नता सब कुछ दे सकता हैं बलवान सूर्य…..

4- रविवार के दिन या सूर्योदय के समय में बहते जल में गुड प्रवाहित करने से दोषकारी सूर्य प्रभावित नही करता तथा शुभ फलों में वृद्धि होती है।

5- माणिक्य या ताम्बे की अंगूठी तर्जनी उंगली में पहने से सूर्य को बल प्राप्त होता है।

6- पिता के विरोध में कोई कार्य न करें तथा माता-पिता की उचित सेवा करें।

मनचाही नौकरी दिलायेंगे ज्योतिष के ये उपाय…

7- सूर्य भगवान के बीज मन्त्रों का जाप आपकों अत्यधिक लाभ दे सकता है। नित्य एक माला का जाप करना चाहिये। सूर्य भगवान के प्रमुख बीज मंत्र-

1- ओम धृणी सूर्याय नम:

2- ॐ ऐहि सूर्य सहस्त्रांशों तेजो राशे जगत्पते, अनुकंपयेमां भक्त्या, गृहाणार्घय दिवाकर:।

3- ऊँ ह्राँ ह्रीँ ह्रौँ स: सूर्याय नम:।

4- ऊँ आदित्याय विदमहे दिवाकराय धीमहि तन्न: सूर्य: प्रचोदयात।

8- गेंहूं, लाल और पीले मिले हुए रंग के वस्त्र, लाल मिठाई, सोने के रबे, गुड और तांबा धातु ये सभी सूर्य की वस्तुयें हैं इनका दान करने से सूर्य भगवान की प्रसन्नता प्राप्त होती हैं।
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💯✔रुका फंसा हुआ धन प्राप्ति के उपाय टोटके

धन का हमारे जीवन में बहुत ही महत्वपूर्ण स्थान है| धन के अभाव में व्यक्ति शारीरिक और मानसिक दोनों ही तरह से दरिद्र दिखने लगता है| अगर आपके जीवन में किसी भी तरह से धन की समस्या आ रही है तो आपको धैर्य के साथ अपने काम में मन लगना चाहिए और हमेशा सकारात्मक ऊर्जा से युक्त रहना चाहिए| इसके साथ ही अगर आप धन प्राप्ति के अचूक उपाय करते हैं तो आपकी सफलता सुनिश्चित हो जाती है|

धन प्राप्ति के लिए घर के दरवाजे पर माँ लक्ष्मी के चरणों के चिन्ह लगायें. इस उपाय को करने से आपके घर में माँ लक्ष्मी की कृपा हमेशा बनी रहेगी. ये उपाय करने से सभी तरह की धन सम्बंधित बाधा दूर होंगी और आपको सम्रधि और सौभाग्य की प्राप्ति होगी| फंसा हुआ धन निकालने के कई तरीके हैं उनके से कुछ आसन से उपाय यहाँ दिए जा रहे हैं. अगर आप धैर्य और लगन से ये उपाय करेंगे तो आपको शीघ्र ही धन प्राप्ति हो जाएगी|

फंसा हुआ धन निकालने के उपाय

अगर आपका किसी व्यक्ति से अपना धन प्राप्त करना है, लेकिन वह आपको लगातार टालता जा रहा है तो डूबा हुआ धन वसूलने के टोटके को करें. इस उपाय को करने के लिए आपको कपूर का काजल बनाना होगा. शुक्रवार के दिन कपूर जला दें और उसके ऊपर कोई बर्तन उल्टा करके रख दें. उस बर्तन पर काजल इकठ्ठा हो जायेगा| अब आप इस काजल से किसी भोजपत्र पर जिस व्यक्ति से पैसा लेना है उसका नाम लिख दें. और 7 बार हल्की थपकी मारकर आपका धन वापिस देने के लिए कहें. अगर उस व्यक्ति के घर जाना संभव हो तो उसके घर जाकर उसे धैर्य पूर्वक पैसे लौटने के लिए कहें. ये विधि करने के बाद भोजपत्र को तिजोरी के नीचे दबाकर रख दें. ये धन प्राप्ति का अचूक उपाय है. आपको इससे शीघ्र ही सफलता मिल जाएगी|

उधारी वसूलने के टोटके/डुबा हुआ पैसा निकालने का उपाय

कई बार ऐसी परिस्थिति भी बनती है कि जिस व्यक्ति से आपको पैसा लेना है आपको उसका पता नही मालूम होता. अगर आपके साथ ऐसी स्थिति है शनिवार को दक्षिण की ओर मुंह करके हनुमान जी के चित्र के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाएं. तेल के अंदर 2 लौंग, राई, और थोड़ा सा कपूर डाल कर बजरंग बाण का 3 बार पढ़ें और बजरंग बली से प्रार्थना करें कि वह व्यक्ति आपको धन वापिस लौटा दे|

अब दीपक की लौ को एक चम्मच पर इकठ्ठा करके काजल बना लें. एक शमी की लकड़ी लेकर इसी काजल की सहायता से एक पतले कपड़े पर जिस आदमी से आपको पैसे लेना है उसका नाम लिख दें. अब इस कपड़े की कुछ बत्तियां बना लें और एक आंटे का दीया बनाकर उसमे रख कर बजरंग बली के प्रतिमा के आगे प्रज्वलित करें और बजरंग बाण का पठन करें. इसके साथ ही आपका पैसा वापिस मिले इसके लिए प्रार्थना करें. ये धन प्राप्ति का अचूक उपाय है. इस प्रयोग को लगातार 21 शनिवार करना चाहिए. ये विधि संपन्न हो जाने के बाद लड्डू, बूंदी आदि का प्रसाद चढ़ाएं|

किसी व्यक्ति के पास अगर आपका धन अटका पड़ा है लेकिन आपको मिल नही रहा है तो भाद्रपद के कृष्ण पक्ष भरनी नक्षत्र में में घर के किसी शांत कमरे में चार घड़ों में पानी भर कर रखा दें. अगले दिन कम पानी वाले घड़े में अनाज डालकर उसकी पूजा करें और बाकि घड़ों का पानी घर, आंगन, खेत आदि में छिड़क दें. ये धन प्राप्ति के अचूक उपाय में से एक है. इसके लाभ आपको कुछ ही दिनों में दिखने लगेंगे|

लक्ष्मी प्राप्ति/आर्थिक समृद्धि के सरल उपाय

धन प्राप्ति के अचूक उपाय के अंतर्गत ये उपाय बहुत ही सरल है. अगर कोई व्यक्ति लाख कोशिश करने पर भी आपका धन वापिस नही दे रहा है तो उधार दिया धन वापस पाने के उपाय करें. सुबह सवेरे नहाने के बाद एक ताम्बे के लोटे में पानी लेकर उसमे 11 लाल मिर्ची के बीज डाल दें. अब इस पानी को सूर्यदेव को अर्पित करें और धन प्राप्ति के लिए निवेदन करें| जो व्यक्ति आपका पैसा लौटने के लिए आनाकानी कर रहा है. उसके लिए धन प्राप्ति के अचूक उपाय इस तरह करें. इसके लिए किसी पूजा के सामान की दुकान से दो राजा कौड़ी लेकर आ जाएँ और इन्हें उस आदमी के घर के सम्मुख पटक दें. ये उपाय उसका मन बदल देगा और वह जल्द ही आपका पैसा आपको लौटा देगा. ध्यान रहे कि ये उपाय करते समय किसी को पता नही चलना चाहिए|

लक्ष्मी/धन प्राप्ति के अचूक उपाय/आर्थिक तंगी से छुटकारा

आप अपने घर में पूजा के स्थान पर पांच कछुए जैसी दिखने वाली पीली कौड़ी रख दें. ये उपाय आपको धन सम्बंधित समस्याओं से छुटकारा दिलाएगा| आप गोमती चक्र से धन प्राप्ति के अचूक उपाय कर सकते हैं. इसके लिए 11 गोमती चक्र लें और जिससे आपको पैसा लेना है उसका नाम लेते हुए इन पर तिलक करें. इसके बाद इनका पूजन करें और धन प्राप्ति के लिए निवेदन करें. पूजा पूरी होने पर इन गोमती चक्र को पीपल के वृक्ष के नीचे मिट्टी में दबा दें| हर दिन अगर आप पीपल के वृक्ष पर जल अर्पित करते है तब भी आपको धन संबंधी समस्या नही आएगी. अपने कुल देवता से प्रार्थना करें कि आपका रुका हुआ धन आपको शीघ्र ही मिले|
कई बार आपका धन कही अटक जाता है और वह आपको समय पर प्राप्त नही हो पाता है. धन के मामले में आने वाली अड़चन को समाप्त करने के लिए आपको ये उपाय करना चाहिए. शुल्क पक्ष में अष्टमी पर किसी धुनिये ये थोड़ी सी रुई निकाल कर उसके चार बत्तियां बना लें. अब एक चार मुख वाले दीपक को लेकर उसमे सरसों का तेल डालकर ये बत्तियां प्रज्वलित करें. इसके बाद इस दीपक को किसी चौराहे पर रख आयें. इस दीपक में अपने खून के 2 बूंदें डालकर और जिस आदमी से पैसा लेना है उसका नाम 3 बार लें और लौटकर आ जाएँ| घर आने के बाद गुड और रोटी घर के बाहर रख दें. ये धन प्राप्ति के अचूक उपाय में सबसे ज़्यादा प्रभावशाली और पुराना है|

फंसा रुका डुबा हुआ धन निकालने के मंत्र उपाय

फंसे हुए धन की प्राप्ति के लिए मन्त्रों के प्रयोग का भी विशेष महत्व है. आप प्रतिदिन “क्रं कृष्णाय नमह” इस मंत्र का सुबह जाप करें. इसके प्रभाव से आपका सारा रुका हुआ धन आपको वापिस प्राप्त होने लगेगा|
यदि कोई व्यक्ति आपका उधर दिया हुआ पैसा नहीं लोटा रहा है तो है हमारे पास बहुत ज्योतिष अचूक उपाय जिसके द्वारा फंसा हुआ धन वापस प्राप्त किया जा सकता है | यदि आप आर्थिक तंगी से छुटकारा पाना चाहते है तो धन प्राप्ति लक्ष्मि प्राप्ति टोटके उपाय का प्रयोग कर आर्थिक हालात को सुधारा जा सकता है | यदि कोई आपके पैसे बहुत प्रयास के बाद भी लोटा नहीं रहा है तो आप हमारे ज्योतिष समाधान की सहायता से अवश्य इसको प्राप्त कर सकते है | यदि कोई भी साधक डूबा हुआ धन प्राप्त करना चाहता है या आर्थिक तंगी से मुक्ति पाना चाहते है हमसे संपर्क करे और अपने जीवन को सफल बनाये |

डूबा हुआ धन वसूलने के टोटके

निम्नलिखित उपाय दिये गए उधार को वापस पाने के साथ-साथ व्यापारिक लेन-देन अथवा अटके हुए भुगतानों को प्राप्त करने के लिए आजमाया जा सकता है |

सुबह स्नानादि सम्पन्न करने के बाद तांबे के लोटे में जल लेकर लाल मिर्च के 11 बीज डाल दें तथा सूर्य को … ॐ आदित्याय नमः’ मंत्र का जाप करते हुए जल अर्पित करें|

शुक्ल पक्ष के गुरुवार से प्रारम्भ कर नित्य अपने मस्तक पर केसर एवं चन्दन का तिलक लगाएँ|
गुरुवार के दिन अपने मंदिर में राम दरबार की छवि स्थापित करें तथा उसके सम्मुख दंडवत प्रणाम कर धन वापसी हेतु प्रार्थना करें|

पूजा स्थल पर पाँच पीली कौड़ी जो कि कछुए के समान दिखती है को रख देने से धन संबंधी समस्या दूर होती है|
यदि कोई दुष्ट प्रकृति का व्यक्ति अपने पास पैसा होते हुए भी आपका उधार चुकता नहीं कर रहा हो तो दो राजा कौड़ी(यह कौड़ियों का एक प्रकार है) उसके घर के सामने रख दें| उसका हृदय परिवर्तन हो जाएगा और स्वयमेव आपका पैसा लेकर आपके पास उपस्थित हो जाएगा|

यदि कहीं भुगतान अटक गया हो अथवा पैसा लेकर कोई वापस नहीं कर रहा हो शुक्ल पक्ष की अष्टमी के दिन धुनिये(रुए धुनने वाला) से थोड़ी सी रुई लेकर उससे चार बत्तियाँ बना लें और चौमुख दीपक में सरसो का तेल डाल कर दीपक जलाकर किसी चौराहे पर रख दें| लौटते समय अपनी उंगली का दो बूंद रक्त उस दीपक में डाल दें और जिस इंसान को आपका पैसा लौटाना है मन ही मन तीन बार उसका नाम लें और वापस लौट जाएँ| पुनः घर आकर रोटी और गुड़ किसी गाय को खिला दें अथवा घर के बाहर रख दें| यह एक पुराना टोटका है जो कभी खाली नहीं जाता|

ग्यारह गोमती चक्रों पर जिस व्यक्ति से उधार वापस लेना है उसका नाम लेते हुए तिलक लगाएँ तथा पूजन करें| उसके बाद उन गोमती चक्रों को पीपल के वृक्ष के समीप भूमि में दबा दें|
प्रति दिन पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएँ तथा गीली मिट्टी से वृक्ष को तिलक करें| अपने कुलदेवता/इष्टदेवता से धन वापस पाने के लिए प्रार्थना करें|
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💯✔शुभ मोर के पंखों से लाभ

घर के दक्षिण-पूर्व कोण में लगाने से बरकत बढती है. व अचानक कष्ट नहीं आता है.यदि मोर का एक पंख किसी मंदिर में श्री राधा-कृष्ण कि मूर्ती के मुकुट में ४० दिन के लिए स्थापित कर प्रतिदिन मक्खन-मिश्री का भोग सांयकाल को लगाए, ४१वें दिन उसी मोर के पंख को मंदिर से दक्षिणा-भोग दे कर घर लाकर अपने खजाने या लाकर्स में स्थापित करें. तो आप स्वयं ही अनुभव करेंगे कि धन,सुख-शान्ति कि वृद्धि हो रही है. सभी रुके कार्य भी इस प्रयोग के कारण बनते जा रहे है.काल-सर्प के दोष को भी दूर करने की इस मोर के पंख में अद्भुत क्षमता है.काल-सर्प वाले व्यक्ति को अपने तकिये के खौल के अंदर 7 मोर के पंख सोमवार रात्री काल में डालें तथा प्रतिदिन इसी तकिये का प्रयोग करे. और अपने बैड रूम की पश्चिम दीवार पर मोर के पंख का पंखा जिसमे कम से कम 11 मोर के पंख तो हों लगा देने से काल सर्प दोष के कारण आयी बाधा दूर होती है.बच्चा जिद्दी हो तो इसे छत के पंखे के पंखों पर लगा दे ताकि पंखा चलने पर मोर के पंखो की भी हवा बच्चे को लगे धीरे-धीरे हठ व जिद्द कम होती जायेगी.जैसे कि पहलें वर्णन किया कि मोर व सर्प में शत्रुता है अर्थात सर्प, शनि तथा राहू के संयोग से बनता है. यदि मोर का पंख घर के पूर्वी और उत्तर-पश्चिम दीवार में या अपनी जेब व डायरी में रखा हो तो राहू का दोष कभी भी नहीं परेशान करता है. तथा घर में सर्प, मच्छर, बिच्छू आदि विषेलें जंतुओं का भय नहीं रहता है.नवजात बालक के सिर की तरफ दिन-रात एक मोर का पंख चांदी के ताबीज में डाल कर रखने से बालक डरता नहीं है तथा कोई भी नजर दोष और अला-बला से बचा रहता है.यदि शत्रु अधिक तंग कर रहें हो तो मोर के पंख पर हनुमान जी के मस्तक के सिन्दूर से मंगलवार या शनिवार रात्री में उसका नाम लिख कर अपने घर के मंदिर में रात भर रखें प्रातःकाल उठकर बिना नहाये धोए चलते पानी में भा देने से शत्रु, शत्रुता छोड़ कर मित्रता का व्यवहार करने लगता है. इस प्रकार के अनेकों प्रयोगों का धर्मशास्त्रों में वर्णन मिलता है शेष फिर कभी.
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💯✔ *शयन करने का भी विधान / नियम है*

*सूर्यास्त के एक प्रहर (लगभग 3 घंटे) के बाद ही शयन करना।*

👉 *सोने की मुद्राऐं:* 
           *उल्टा सोये भोगी,*
           *सीधा सोये योगी,*
           *दांऐं सोये रोगी,*
           *बाऐं सोये निरोगी।*

👉 *शास्त्रीय विधान भी है।*

*आयुर्वेद में ‘वामकुक्षि’ की बात आती हैं,*  

*बायीं करवट सोना स्वास्थ्य के लिये हितकर हैं।*

*शरीर विज्ञान के अनुसार चित सोने से रीढ़ की हड्डी को नुकसान और औधा या ऊल्टा सोने से आँखे बिगडती है।*

*सोते समय कितने गायत्री मंन्त्र /नवकार मंन्त्र गिने जाए :-*

*"सूतां सात, उठता आठ”सोते वक्त सात भय को दूर करने के लिए सात मंन्त्र गिनें और उठते वक्त आठ कर्मो को दूर करने के लिए आठ मंन्त्र गिनें।*

*"सात भय:-"*
*इहलोक,परलोक,आदान,*
*अकस्मात ,वेदना,मरण ,*
*अश्लोक (भय)*

👉 *दिशा घ्यान:-*

*दक्षिणदिशा (South) में पाँव रखकर कभी सोना नहीं चाहिए । यम और दुष्टदेवों का निवास है ।कान में हवा भरती है । मस्तिष्क  में रक्त का संचार कम को जाता है स्मृति- भ्रंश,व असंख्य बीमारियाँ होती है।*

*✌यह बात वैज्ञानिकों ने एवं वास्तुविदों ने भी जाहिर की है।*

*1:- पूर्व ( E ) दिशा में मस्तक रखकर सोने से विद्या की प्राप्ति होती है।*

*2:-दक्षिण ( S ) में मस्तक रखकर सोने से धनलाभ व आरोग्य लाभ होता है ।*

*3:-पश्चिम( W ) में मस्तक रखकर सोने से प्रबल चिंता होती है ।*

*4:-उत्तर ( N ) में मस्तक रखकर सोने से हानि मृत्यु कारक ksh  होती है ।*

*अन्य धर्गग्रंथों में शयनविधि में और भी बातें सावधानी के तौर पर बताई गई है ।*

*विशेष शयन की सावधानियाँ:-*

*1:-मस्तक और पाँव की तरफ दीपक रखना नहीं। दीपक बायीं या दायीं और कम से कम 5 हाथ दूर होना चाहिये।*

*2:-संध्याकाल में निद्रा नहीं लेनी चाहिए।*

*3:-शय्या पर बैठे-बैठे निद्रा नहीं लेनी चाहिए।*

*4:-द्वार के उंबरे/ देहरी/थलेटी/चौकट पर मस्तक रखकर नींद न लें।*

*5:-ह्रदय पर हाथ रखकर,छत के पाट या बीम के नीचें और पाँव पर पाँव चढ़ाकर निद्रा न लें।*

*6:-सूर्यास्त के पहले सोना नहीं चाहिए।*

*7:-पाँव की और शय्या ऊँची हो तो अशुभ है।  केवल चिकित्स उपचार हेतु छूट हैं ।*

*8:- शय्या पर बैठकर खाना-पीना अशुभ है।*

*9:- सोते सोते पढना नहीं चाहिए।*

*10,:-ललाट पर तिलक रखकर सोना अशुभ है।* (इसलिये सोते वक्त तिलक मिटाने का कहा जाता है। )
*11,:- सूने घर में, मंदिर में व शमशान में अकेला नहीं सोना चाहिए (मनुस्मृति के अनुसार)*
*12:- (विष्णुस्मृति के अनुसार)> किसी सोए हुए मनुष्य को अचानक नहीं जगाना चाहिए*
*13:- चाणक्यनीति कहती है विद्यार्थी,नोकर और द्वारपाल ये ज्यादा देर तक सोए हुए हों तो इन्हें जगा देना चाहिए*
*14:- देवीभागवत के अनुसार आयुरक्षा हेतु ब्रह्ममुहुर्त में उठना चाहिए*
*15:- पद्मपुराण के अनुसार बिलकुल अंधेरे कमरे में नहीँ सोना चाहिए*  
*16:- भीगे पैर नहीं सोना चाहिए! सूखे पैर सोने से धन की प्राप्ति होती है(अत्रिस्मृति)*
*17:- टूटी हुई खाट व झूठे मुंह सोना वर्जित है(महाभारत)*
*18:- निवस्त्र नहीं सोना चाहिए (गौतमधर्मसूत्र)*
*19:- पूर्व की तरफ सिर करके सोने से विद्या, पश्चिम की तरफ सिर करके सोने से प्रबल चिंता, उत्तर की तरफ रखने से हानि तथा मृत्यु तथा दक्षिण की तरफ रखकर सोने से धन व आयु की प्राप्ति होती है(आचारमयूख)*
*20:- दिन में कभी नहीं सोना चाहिए! परंतु ज्येष्ठ माह में 48 मिनट सो सकते हैं*
*21:- सूर्योदय- सूर्यास्त व दिन के समय सोने से रोगी व दरिद्र हो  सकता है(ब्रह्मवैवर्तपुराण)*
           *इसके अलावा*
*सूर्यास्त के तीन घंटे बाद शयन करना चाहिए*
*बायीं करवट सोना स्वास्थ्य के लिए हितकर है*
*ह्रदय पर हाथ रखकर, बीम के नीचे पांव पर पांव रखकर न सोएं*
*सोते सोते पढना नहीं चाहिए*
*दक्षिण दिशा में पाँव करके नहीं सोना चाहिए, यम और दुष्टदेवों का वास होता है मस्तिष्क में रक्त संचार कम हो जाता है, स्मृति। भ्रंश मौत व असंख्य रोग होते हैं*
*तिलक लगाकर सोना अशुभ है।*
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💯✔लड़की या लड़का का शादी का उपाय

1. हल्दी के प्रयोग से उपाय
विवाह योग लोगों को शीघ्र विवाह के लिये प्रत्येक गुरुवार को नहाने वाले पानी में एक चुटकी हल्दी डालकर स्नान करना चाहिए. भोजन में केसर का सेवन करने से विवाह शीघ्र होने की संभावनाएं बनती है.

2. पीला वस्त्र धारण करना
ऎसे व्यक्ति को सदैव शरीर पर कोई भी एक पीला वस्त्र धारण करके रखना चाहिए.

3. वृ्द्धो का सम्मान करना
उपाय करने वाले व्यक्ति को कभी भी अपने से बडों व वृ्द्धों का अपमान नहीं करना चाहिए.

4. गाय को रोटी देना
जिन व्यक्तियों को शीघ्र विवाह की कामना हों उन्हें गुरुवार को गाय को दो आटे के पेडे पर थोडी हल्दी लगाकर खिलाना चाहिए. तथा इसके साथ ही थोडा सा गुड व चने की पीली दाल का भोग गाय को लगाना शुभ होता है.

5. शीघ्र विवाह प्रयोग
इसके अलावा शीघ्र विवाह के लिये एक प्रयोग भी किया जा सकता है. यह प्रयोग शुक्ल पक्ष के प्रथम गुरुवार को किया जाता है. इस प्रयोग में गुरुवार की शाम को पांच प्रकार की मिठाई, हरी ईलायची का जोडा तथा शुद्ध घी के दीपक के साथ जल अर्पित करना चाहिये. यह प्रयोग लगातार तीन गुरुवार को करना चाहिए.

6. केले के वृ्क्ष की पूजा
गुरुवार को केले के वृ्क्ष के सामने गुरु के 108 नामों का उच्चारण करने के साथ शुद्ध घी का दीपक जलाना चाहिए. अथा जल भी अर्पित करना चाहिए.

7. सूखे नारियल से उपाय
एक अन्य उपाय के रुप में सोमवार की रात्रि के 12 बजे के बाद कुछ भी ग्रहण नहीं किया जाता, इस उपाय के लिये जल भी ग्रहण नहीं किया जाता. इस उपाय को करने के लिये अगले दिन मंगलवार को प्रात: सूर्योदय काल में एक सूखा नारियल लें, सूखे नारियल में चाकू की सहायता से एक इंच लम्बा छेद किया जाता है. अब इस छेद में 300 ग्राम बूरा (चीनी पाऊडर) तथा 11 रुपये का पंचमेवा मिलाकर नारियल को भर दिया जाता है.

यह कार्य करने के बाद इस नारियल को पीपल के पेड के नीचे गड्डा करके दबा देना. इसके बाद गड्डे को मिट्टी से भर देना है. तथा कोई पत्थर भी उसके ऊपर रख देना चाहिए.

यह क्रिया लगातार 7 मंगलवार करने से व्यक्ति को लाभ प्राप्त होता है. यह ध्यान रखना है कि सोमवार की रात 12 बजे के बाद कुछ भी ग्रहण नहीं करना है.

8-ग्रह की वस्तुओं से स्नान करना उपायों के अन्तर्गत आता है. शुक्र का स्नान उपाय करते समय जल में बडी इलायची डालकर उबाल कर इस जल को स्नान के पानी में मिलाया जाता है इसके बाद इस पानी से स्नान किया जाता है. स्नान करने से वस्तु का प्रभाव व्यक्ति पर प्रत्यक्ष रुप से पडता है. तथा शुक्र के दोषों का निवारण होता है.

9. छुआरे सिरहाने रख कर सोना
यह उपाय उन व्यक्तियों को करना चाहिए. जिन व्यक्तियों की विवाह की आयु हो चुकी है. परन्तु विवाह संपन्न होने में बाधा आ रही है. इस उपाय को करने के लिये शुक्रवार की रात्रि में आठ छुआरे जल में उबाल कर जल के साथ ही अपने सोने वाले स्थान पर सिरहाने रख कर सोयें तथा शनिवार को प्रात: स्नान करने के बाद किसी भी बहते जल में इन्हें प्रवाहित कर दें.

लड़की के पिता जब जब लड़के वाले के यहाँ विवाह प्रस्ताव लेकर जाए तो लड़की अपनी चोटी खुली रखे और जब तक पिता लौटकर घर न आ जाए तब तक चोटी नहीं बाँधनी चाहिए

कन्या जब किसी कन्या के विवाह में जाये और यदि वहन पर कन्या को मेहँदी लग रहे हो तो अविवाहित कन्या कुछ मेहँदी उस कन्या के हाथ से लगवा ले तो विवाह का मार्ग प्रशस्त होता है|

कन्या के विवाह की चर्चा करने उसके घर के लोग जब भी किसी के यहाँ जायें तो कन्या खुले बालों से,लाल वस्त्र धारण कर हँसते हुए उन्हें कोई मिष्ठान खिला कर विदा करे|विवाह की चर्चा सफल होगी|

विवाह योग्य लडके और लडकियां प्रत्येक गुरूवार को स्नान के जल में एक चुटकी पिसी हल्दी डालकर स्नान करें। गुरूवार के दिन आटे के दो पेडों पर थोडी-सी हल्दी लगाकर, थोडी गुड और चने की दाल गाय को खिलाएं। इससे विवाह का योग शीघ्र बनता है।

लड़की गुरुवार को अपने तकिए के नीचे हल्दी की गांठ पीले वस्त्र में लपेट कर रखे।

पुरुषों को विभिन्न रंगों से स्त्रियों की तस्वीरें और महिलाओं को लाल रंग से पुरुषों की तस्वीर सफ़ेद कागज पर रोजाना तीन महिने तक एक एक बनानी चाहिये।

लड़के के विवाह में विलंब हो रहा हो तो मिट्टी के कुल्हड़ में मशरूम ऊपर तक भर कर ढक्कन लगा कर किसी भी धार्मिक स्थान, मंदिर या मस्जिद में दान कर आएं। लड़का शुक्ल पक्ष के प्रथम

शुक्रवार को सूर्यास्त से पूर्व विवाह शीघ्र होने की ईश्वर से प्रार्थना कर भोजन रसोईघर में बैठकर करे, रिश्ते आने लगेंगे।

विवाह में विलंब हो रहा हो तो चांदी की एक ठोस गोली चांदी की ही चेन में पिरोकर शुक्ल पक्ष के प्रथम सोमवार को प्रातः गंगा जल व कच्चे दूध से पवित्र करके धूप दीप दिखाकर मंदिर में शिवलिंग या शिव-पार्वती के चरणों से छुआकर निष्ठापूर्वक प्रार्थना कर, गले में धारण कर लें। पहनने के पश्चात गरीबों को कुछ अवश्य खिलाएं
शुक्ल पक्ष के पहले गुरुवार को सात केले, सात गौ ग्राम गुड़ और एक नारियल लेकर किसी नदी या सरोवर पर जाएं। अब कन्या को वस्त्र सहित नदी के जल में स्नान कराकर उसके ऊपर से जटा वाला नारियल ऊसारकर नदी में प्रवाहित कर दें। इसके बाद थोड़ा गुड़ व एक केला चंद्रदेव के नाम पर व इतनी ही सामग्री सूर्यदेव के नाम पर नदी के किनारे रखकर उन्हें प्रणाम कर लें। थोड़े से गुड़ को प्रसाद के रूप में कन्या स्वयं खाएं और शेष सामग्री को गाय को खिला दें। इस टोटके से कन्या का विवाह शीघ्र ही हो जाएगा।
कुम्हार अपने चाक को जिस डंडे से घुमाता है, उसे किसी तरह किसी को बिना बताए प्राप्त कर लें। इसके बाद घर के किसी कोने को रंग-रोगन कर साफ कर लें। इस स्थान पर उस डंडे को लंहगा-चुनरी व सुहाग का अन्य सामग्री से सजाकर दुल्हन का स्वरूप देकर एक कोने में खड़ करके गुड़ और चावलों से इसकी पूजा करें।इस टोटके से लड़के का विवाह शीघ्र ही हो जाता है। यदि चालीस दिनों में इच्छा पूरी न हो तो फिर यही प्रक्रिया दोहराएं(डंडा प्राप्त करने से लेकर पूजा तक)। यह प्रक्रिया सात बार कर सकते हैं।
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💯✔ भर लें अपने भण्डार गृह

जिस स्थान पर होली जलाई जाती रही हो, वहां पर होली जलने से एक दिन पहले की रात्री में एक मटकी में गाय का घी, तिल का तेल, गेहूं और ज्वार तथा एक ताम्बे का पैसा रखकर मटकी का मुंह बंद करके गाड़ आएं। रात्रि में जब होली जल जाए, तब दूसरे दिन सुबह उसे उखाड़ लाएं। फिर इन सब वस्तुओं को पोटली में बांधकर जिस वास्तु में रख दिया जाएगा, वह वास्तु व्यय करने पर भी उसमें निरंतर वृद्धि होती रहेगी, और आपके भंडार भरे हुए रहेंगे।

2.     अगर आप चाहते हैं की आपके प्रतिष्ठान में बिक्री ज्यादा हो तो यह करें

आप अपने व्यापार में अधिक पैसा प्राप्त करना चाहते हैं और चाहते हैं की आपके व्यापार की बिक्री बढ़ जाए तो आप वट वृक्ष की लता को शनिवार के दिन जाकर निमंत्रण दे आएं। (वृक्ष की जड़ के पास एक पान, सुपारी और एक पैसा रख आएं) रविवार के दिन प्रातः काल जाकर उसकी एक जटा तोड़ लाएं, पीछे मुड़कर न देखें। उस जटा को घर लाकर गुग्गल की धूनी दें तथा 101 बार इस मंत्र का जप करें-

ॐ नमो चण्ड अलसुर स्वाहा।

3.    छोटे बच्चों को नजर लगने पर-

अगर आप चाहते हैं की छोटे बच्चों को नजर न लगे इसके लिए हाथ में चुटकी भर रक्षा लेकर ब्रहस्पतिवार के दिन 'ॐ चैतन्य गोरखनाथ नमः मंत्र का 108 बार जप करें। फिर इसे छोटी-सी पुडिया में डालकर काले रेशमी धागे से बच्चे के गले में बाँधने पर बुरी नजर नहीं लगती।

4.    अपने व्यापार में करें मनोवांछित उन्नति-

अगर आप अपने व्यापार में मनोवांछित उन्नति करना चाहते हैं तो सोमवार को प्रातः नवनिर्मित अंगूठी को गंगाजल में धोकर गाय के दूध में डुबो दें, उसमें थोड़ी-सी शक्कर, तुलसी के पत्ते और कोई भी सफ़ेद फूल डाल दें। इसके पश्चात स्नान ध्यान से निवृत्त होकर अंगूठी को पहन लें। ऐसा करने से व्यापार में मनोवांछित उन्नति प्राप्त होगी।

5.    कन्या के विवाह में विलम्ब होने पर-

अगर आपकी कन्या के विवाह में विलम्ब हो रहा हो या कन्या के लिए योग्य वर की तलाश पूरी नहीं हो रही हो तो किसी भी गुरूवार के दिन प्रातःकाल नहा धोकर बेसन के लड्डू स्वयं बनाएं। उनकी गिनती 109 होनी चाहिए। फिर पीले रंग की टोकरी में पीले रंग का कपड़ा बिछाकर उन लड्डूओं को उसमें रख दें तथा अपनी श्रद्धानुसार कुछ दक्षिणा रख दें। पास के किसी शिव मंदिर में जाकर विवाह हेतु प्रार्थना कर घर आ जाएं।

6.    आपके ज्यादातर कार्य असफल हो रहे हैं तो यह करें-

आप चाहते हैं की आपके द्वारा किये गए कार्य सफल हो लेकिन कार्य के प्रारम्भ होते ही उसमें विध्न आ जाते हैं और वह असफल हो जाते हैं इसके लिए आप यह करें: प्रातःकाल कच्चा सूत लेकर सूर्य के सामने मुंह करके खड़े हो जाएं। फिर सूर्य देव को नमस्कार करके 'ॐ हीं घ्रणि सूर्य  आदित्य श्रीम' मंत्र बोलते हुए सूर्य देव को जल चढ़ाएं। जल में रोली, चावल, चीनी तथा लाल पुष्प दाल लें। इसके पश्चात कच्चे सूत को सूर्य देव की तरफ करते हुए गणेशजी का स्मरण करते हुए सात गाँठ लगाएं। इसके पश्चात इस सूत को किसी खोल में रखकर अपनी कमीज की जेब में रख लें, आपके बिगड़े कार्य बनाने लगेंगे।

7.    गर्भ धारण करने के लिए-

अगर आपको किसी कारणवश गर्भ धारण नहीं हो रहा हो तो मंगलवार के दिन कुम्हार के घर आएं और उसमें प्रार्थना कर मिट्टी के बर्तन वाला डोरा ले आएं। उसे किसी गिलास में जल भरकर दाल दें। कुछ समय पश्चात डोरे को निकाल लें और वह पानी पति-पत्नी दोनों पी लें। यह क्रिया केवल मंगलवार को ही करनी है अगर संभव हो तो उस दिन पति-पत्नी अवश्य ही रमण करें। गर्भ की स्थिति बनते ही उस डोरे को हनुमानजी के चरणों में रख दें।

8.    अपने घर-गृहस्थी को बनाएं सुखी-

अक्सर हम गृहस्थ जीवन में देखते हैं तो गृहस्थ का सामान टूट-फूट जाता है या सामान चोरी हो जाता है। जो भी आता है असमय ही ख़त्म हो जाता है। रसोई में बरकत नहीं रहती है तो ऐसी स्त्रियाँ भोजन बनाने के बाद शेष अग्नि को न बुझाएं और जब सब जलकर राख हो जाए तो राख को गोबर में मिलाकर रसोई को लीप दें। फर्श हो तो उस राख को पानी में घोलकर उसी पानी से फर्श डालें। यह क्रिया कई बार करें। घर-गृहस्थी का छोटा-मोटा सामान, गिलास, कटोरी, चम्मच आदि सदैव बने रहेंगे।

9.    इच्छा के विरूद्ध कार्य करना पड़ रहा हो तो-

अगर आपको किसी कारणवश कोइ कार्य अपनी इच्छा के विपरीत करना पड़ रहा हो तो आप कपूर और एक फूल वाली लौंग एक साथ जलाकर दो-तीन दिन में थोड़ी-थोड़ी खा लें। आपकी इच्छा के विपरीत कार्य होना बंद हो जाएगा।

10.    दाम्पत्य जीवन से झगड़े दूर करें ऐसे-

अगर आपका दाम्पत्य जीवन अशांत है तो आप रात्री में शय न करते समय पत्नी अपने पलंग पर देशी कपूर तथा पति के पलंग पर कामिया सिन्दूर रखें. प्रातः सूर्यदे के समय पति देशी कपूर को जला दें और पत्नी सिन्दूर को भवन में छिटका दें। इस टोटके से कुछ ही दिनों में कलह समाप्त हो जाती है।

11.    बेरोजगारी दूर करने हेतु-

अगर आपको नौकरी या काम नहीं मिल रहा है और आप मारे-मारे फिर रहे हैं तो एक दागरहित बड़ा नीबूं लें और चौराहे पर बारह बजे से पहले जाकर उसके चार हिस्से कर लें और चारों दिशाओं में दूर-दूर फेंक दें। फलस्वरूप बेरोजगारी की समस्या समाप्त हो जाएगी।

12.    भाग्योदय करने के लिए करें यह उपाय-

अपने सोए भाग्य को जगाने के लिए आप प्रात सुबह उठकर जो भी स्वर चल रहा हो, वही हाथ देखकर तीन बार चूमें, तत्पश्चात वही पांव धरती पर रखें और वही कदम आगे बाधाएं। ऐसा नित्य-प्रतिदिन करने से निश्चित रूप से भाग्योदय होगा।

13.    त्वचा रोग होने पर यह करें-

त्वचा संबंधी रोग केतु के दुष्प्रभाव से बढ़ते हैं। यदि त्वचा संबंधी घाव ठीक न हो रहा हो तो सायंकाल मिट्टी के नए पात्र में पानी रखकर उसमें सोने की अंगूठी या एनी कोइ आभूषण दाल दें। कुछ देर बाद उसी पानी से घाव को धोने के बाद अंगूठी निकालकर रख लें तथा पाने किसी चौराहे पर फेंक आएं। ऐसा तीन दिन करें तो रोग शीघ्र ठीक हो जाएगा।

14.    मंदी से छुटकारा पाएं ऐसे-

अगर आपके व्यापार में मंदी आ गयी है या नौकरी में मंदी आ गयी है तो यह करें। किसी साफ़ शीशी में सरसों का तेल भरकर उस शीशी को किसी तालाब या बहती नदी के जल में डाल दें। शीघ्र ही मंदी का असर जाता रहेगा और आपके व्यापार में जान आ जाएगी।

15.    भय को दूर करें ऐसे-

अगर आपको बिना कारण भय रहता हो या सांप-बिच्छू या वन्य पशुओं का भय रहता हो तो यह करें : बांस की जड़ जलाकर उसे कान पर धारण करने से भय मिट जाता है। निर्गुन्डी की जड़ अथवा मोर पंख घर में रख देने से सर्प कभी भी घर में प्रवेश नहीं करता। रवि-पुष्य योग में प्राप्त सफ़ेद चादर की जड़ लाकर दाईं भुजा पर बाँधने से वन्य पशुओं का भय नहीं रहता है साथ ही अग्नि भय से भी छुटकारा मिल जाता है। केवड़े की जड़ कान पर धारण करने से शत्रु भय मिट जाता है।

16.    अगर आपके परिवार में कोई रोगग्रस्त हो तो यह करें.

अगर स्वास्थ्य में सुधर न होता हो तो यह उपाय करें: एक देशी अखंडित पान, गुलाब का फूल और कुछ बताशे रोगी के ऊपर से 31 बार उतारें तथा अंतोक चौराहे पर रख दें। इसके प्रभाव से रोगी की दशा में शीघ्रता से सुधार होगा।

17.    पारिवारिक सुख-शांति के लिए-

अगर आपके परिवार में अशांति रहती है और सुख-चैन का अभाव है तो प्रतिदिन प्रथम रोगी के चार भाग करें, जिसका एक गाय को, दूसरा काले कुत्ते को, तीसरा कौवे को तथा चौथा टुकड़ा किसी चौराहे पर रखवा दें तो इसके प्रभाव से समस्त दोष समाप्त होकर परिवार की शांति तथा सम्रद्धि बढ़ जाती है।

18.    अपनाएं सुखी रहने के कुछ नुस्खे-

ब्रहस्पतिवार या मंगलवार को सात गाँठ हल्दी तथा थोड़ा-सा गुड इसके साथ पीतल का एक टुकड़ा इन सबको मिलाकर पोटली में बांधें तथा ससुराल की दिशा में फेंक दें तो वहां हर प्रकार से शांति व सुख रहता है।

कन्या अपनी ससुराल में रहते हुए यह करें। मेहँदी तथा साबुत उरद जिस दिशा में वधु का घर हो, उसी दिशा में फेंकने से वर-वधु में प्रेम बढ़ता है।

किसी विशेष कार्य के लिए घर के निकलते समय एक साबुत नीबू लेकर गाय के गोबर में दबा दें तथा उसके ऊपर थोड़ा-सा कामिया सिन्दूर छिड़क दें तथा कार्य बोलकर चले जाएं तो कार्य निश्चित ही बन जाता है।

सावन के महीने में जब पहली बरसात हो तो बहते पानी में विवाह करने से दुर्भाग्य दूर हो जाता है।

19.    अविवाहित व अधिक उम्र की कन्या के विवाह के लिए-

अगर आपकी लडकी अविवाहित है या उसकी उम्र बहुत ज्यादा हो चुकी है इसके कारण विवाह होने में रूकावटें आ रही हो तो इसके लिए एक उपाय है: देवोत्थान एकादशी कच और देवयानी की मिट्टी की मूरतें बनाकर उन मूर्तियों में हल्दी, चावल, आते का घोल लगाकर उनकी पूजा करके उन्हें एक लकड़ी के फट्टे से ढक लेते हैं. फिर उस फट्टे पर कुमारी कन्या को बिठा दिया जाता है तो उसका विवाह हो जाता है।

20    राई से करें दरिद्रता निवारण-

पैसों का कोइ जुगाड़ न बन रहा हो तथा घर में दरिद्रता का वाश हो तो यह करें: एक पानी भरे घड़े में राई के पत्ते डालकर इस जल को अभिमंत्रित करके जिस भी किसी व्यक्ति को स्नान कराया जाएगा उसकी दरिद्रता रोग नष्ट हो जाते हैं।

21.   स्वप्न में भविष्य जानें इस तरह भी-

अगर आप स्वप्न में भविष्य की बात मालूम करना चाहते हैं तो जंगल में जाकर जिस वृक्ष पर अमर बेल हो, उसकी सात परिक्रमा कर अमर बेल्युक्त एक लकड़ी को तोड़ लाएं। फिर उस लकड़ी को धुप देकर जला दें तथा लता को सिरहाने रखकर विचार करते हुए सो जाएं तो स्वप्न में भविष्य की बात मालूम हो जाती है।
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💯✔ अगर पति या प्रेमी का पत्नी या प्रेमिका के प्रति प्यार कम हो गया हो तो श्री कृष्ण का स्मरण कर तीन इलायची अपने बदन से स्पर्श करती हुई शुक्रवार के दिन छुपा कर रखें। जैसे अगर साड़ी पहनतीं हैं तो अपने पल्लू में बांध कर उसे रखा जा सकता है और अन्य लिबास पहनती हैं तो रूमाल में रखा जा सकता है।
शनिवार की सुबह वह इलायची पीस कर किसी भी व्यंजन में मिलाकर पति या प्रेमी को खिला दें। मात्र तीन शुक्रवार में स्पष्ट फर्क नजर आएगा।

पति की रूचि पत्नी में कम हो गयी हो तो दोनों साथ भोजन करें और भोजन के समय चुपके से पत्नी पति के खाने में अपनी थाली से थोड़ा भोजन रख दे। इससे पति फिर से पत्नी में रूचि लेने लगता है।

पति-पत्नी के रिश्तों में प्रेम के लिए करें यह काम
ज्योतिषशास्त्र में कुण्डली के सातवें घर को विवाह एवं वैवाहिक सुख का स्थान माना गया है। जिनकी कुण्डली में इस घर में राहु होता है उनके वैवाहिक जीवन में कठिनाई आने की संभावना रहती है।

ऐसे व्यक्तियों को 40 दिनों तक बादाम या नारियल बहते पानी में प्रवाहित करना चाहिए। इससे पति-पत्नी के रिश्तों में प्रेम और तालमेल बना रहता है।
जिन स्त्रियों के पति किसी अन्य स्त्री के मोहजाल में फंस गये हों या आपस में प्रेम नहीं रखते हों, लड़ाई-झगड़ा करते हों तो इस टोटके द्वारा पति को अनुकूल बनाया जा सकता है।
गुरुवार अथवा शुक्रवार की रात्रि में या पीरियड के समय में रात्रि १२ बजे पति की चोटी (शिखा) के कुछ बाल काट लें और उसे किसी ऐसे स्थान पर रख दें जहां आपके पति की नजर न पड़े। ऐसा करने से आपके पति की बुद्धि का सुधार होगा और वह आपकी बात मानने लगेंगे। कुछ दिन बाद इन बालों को जलाकर अपने पैरों से कुचलकर बाहर फेंक दें। मासिक धर्म के समय करने से अधिक कारगर सिद्ध होगा।

होली जलते समय तीन अभिमंत्रित गोमती चक्र लेकर उस महिला का नाम लेकर थोडा सिन्दूर लगाकर होली की अग्नि में फैंक दें|पति का उस महिला से पीछा छूट जायेगा|

जब आपको लगे की आपके पति किसी महिला के पास से आरहें हैं तो आप किसी भी बहाने से अपने पति का आंतरिक वस्त्र लेकर उसमे आग लगा दें और राख को किसी चौराहे पर फैंक कर पैरों से रगड़ कर वापिस आजाएं.

शुक्ल पक्ष के रविवार को ५ लौंग शरीर में ऐसे स्थान पर रखें जहां पसीना आता हो व इसे सुखाकर चूर्ण बनाकर दूध, चाय में डालकर जिस किसी को पिला दी जाए तो वह वश में हो जाता है।

सवा पाव मेहंदी के तीन पैकेट (लगभग सौ ग्राम प्रति पैकेट) बनाएं और तीनों पैकेट लेकर काली मंदिर या शस्त्र धारण किए हुए किसी देवी की मूर्ति वाले मंदिर में जाएं। वहां दक्षिणा, पत्र, पुष्प, फल, मिठाई, सिंदूर तथा वस्त्र के साथ मेहंदी के उक्त तीनों पैकेट चढ़ा दें। फिर भगवती से कष्ट निवारण की प्रार्थना करें और एक फल तथा मेहंदी के दो पैकेट वापस लेकर कुछ धन के साथ किसी भिखारिन या अपने घर के आसपास सफाई करने वाली को दें। फिर उससे मेहंदी का एक पैकेट वापस ले लें और उसे घोलकर पीड़ित महिला के हाथों एवं पैरों में लगा दें। पीड़िता की पीड़ा मेहंदी के रंग उतरने के साथ-साथ धीरे-धीरे समाप्त हो जाएगी।
यदि चाहते हुए वैवाहिक सुख नहीं मिल पा रहा है, हमेशा पति-पत्नि में किसी बात को लेकर अनबन रहती हो तो किसी भी शुक्रवार के दिन यह उपाय करें। मिट्टी का पात्र ले जिसमें सवा किलो मशरूम आ जाएं। मशरूम डालकर अपने सामने रख दें। पति-पत्नि दोनों ही महामृत्युंजय मंत्र की तीन माला जाप करें। तत्पश्चात इस पात्र को मां भगवती के श्री चरणों में चुपचाप रखकर आ जाए। ऐसा करने से मां भगवती की कृपा से आपका दांपत्य जीवन सदा सुखी रहेगा।
यह प्रयोग शुक्ल में पक्ष करना चाहिए ! एक पान का पत्ता लें ! उस पर चंदन और केसर का पाऊडर मिला कर रखें ! फिर दुर्गा माता जी की फोटो के सामने बैठ कर दुर्गा स्तुति में से चँडी स्त्रोत का पाठ 43 दिन तक करें ! पाठ करने के बाद चंदन और केसर जो पान के पत्ते पर रखा था, का तिलक अपने माथे पर लगायें ! और फिर तिलक लगा कर पति के सामने जांय ! यदि पति वहां पर न हों तो उनकी फोटो के सामने जांय ! पान का पता रोज़ नया लें जो कि साबुत हो कहीं से कटा फटा न हो ! रोज़ प्रयोग किए गए पान के पत्ते को अलग किसी स्थान पर रखें ! 43 दिन के बाद उन पान के पत्तों को जल प्रवाह कर दें ! शीघ्र समस्या का समाधान होगा !

झाड़ू की दो सींको को उल्टा – सीधा रखकर नीले धागे से बांधकर घर के दक्षिण – पश्चिम में रखने से दाम्पत्य प्रेम बढ़ेगा |

अगर आपके पति किसी अन्य स्त्री पर आसक्त हैं और आप से लड़ाई-झगड़ा इत्यादि करते हैं। तो यह प्रयोग आपके लिए बहुत कारगर है, प्रत्येक रविवार को अपने घर तथा शयनकक्ष में गूगल की धूनी दें। धूनी करने से पहले उस स्त्री का नाम लें और यह कामना करें कि आपके पति उसके चक्कर से शीघ्र ही छूट जाएं। श्रद्धा-विश्वास के साथ करने से निश्चिय ही आपको लाभ मिलेगा।

सिन्दूर लगे हनुमान जी की मूर्ति का सिन्दूर लेकर सीता जी के चरणों में लगाएँ। फिर माता सीता से एक श्वास में अपनी कामना निवेदित कर भक्ति पूर्वक प्रणाम कर वापस आ जाएँ। इस प्रकार कुछ दिन करने पर सभी प्रकार की बाधाओं का निवारण होता है

पति के किसी अन्य महिला से सम्बन्ध
आपको यदि शक हो की आपके पति के किसी अन्य महिला से सम्बन्ध हैं तो आप इसके लिए रात में थोडा कपूर अवश्य जलाया करें इससे यदि सम्बन्ध होंगे तो छूट जायेंगे|
रविवार की रात में सोते समय कुछ सिन्दूर बिस्तर पर पति के सोने वाले हिस्से की और बिखरा दें तथा प्रात: नहा कर माँ पार्वती का नाम लेकर उससे अपनी मांग भर लें|
जिस महिला से आपके पति का संपर्क है उसके नाम के अक्षर के बराबर मखाने लेकर प्रत्येक मखाने पर उसके नाम का अक्षर लिख दें|उस औरत से पति का छुटकारा पाने की ईशवर से प्रार्थना करते हुए उन सारे मखानो को जला दें तथा किसी भी प्रकार से उसकी काली भभूत को पति के पैर के नीचे आने की व्यवस्था करें
किसी अन्य महिला के पीछे आपके पति यदि आपका अपमान करते हैं तो किसी भी गुरूवार को तीन सो ग्राम बेसन के लड्डू ,आटेके दो पेड़े,तीन केले व इतनी ही चने की गीली दाल लेकर किसी गाय को खिलाये जो अपने बछड़े को दूध पिला रही हो|उसे खिला कर यह निवेदन करें की हे माँ,मैंने आपके बच्चे को फल दिया आप मेरे बच्चे को फल देना|कुछ ही दिन में आपके पति रस्ते में आ जायेंगे|
महागौरी बरसायेंगी प्यार ही प्यार :-
उपाय (१):- नवमी के दिन स्वेतार्क यानि सफ़ेद मदार का पौधा लाकर घर में लगायें | दिवाली के दिन पौधे की पूजा करें | सफ़ेद मदार के पौधे की पूजा से आपको जरुर लाभ होगा | पति पत्नी के बीच प्यार बढ़ेगा |
उपाय (२):-
अखण्ड सौभाग्य और दाम्पत्य प्रेम बढ़ाने का उपाय सरल है | घर की मालकिन तुलसी का पौधा लाकर, अपने हाथ से सवा दो हाँथ ऊंचाई पर लगायें | इस तुलसी के पौधे के नीचे कृष्णपक्ष की अष्टमी से चतुर्दशी तक दीपक जरुर जलायें | तुलसी जी को सिन्दूर चढायें | नित्य जल दें | अखण्ड सौभाग्य प्राप्त होगा और दाम्पत्य प्रेम बढ़ेगा |
उपाय (३):- प्रेम पूर्ण संबंधों के लिये उपाय करें | दो जमुनिया रत्न लेकर उन्हें गंगाजल में डूबा दें | हर शनिवार को इस गंगा जल को घर में छिड़काव करें | प्रेम सम्बन्ध मधुर होंगे |
उपाय (४) :- आपसी प्रेम और हार्मोनी के लिये उपाय करें | पति पत्नी रात को सोते समय कपूर और लाल सिंदूर तकिये के नीचे रखकर सोयें | कपूर को सुबह जला दें और सिंदूर को पूरे घर में छिड़क दें | आपसी प्रेम बढ़ेगा |
उपाय (५) :- हाथी के पैर के नीचे की मिट्टी लेकर उसकी छह गोलियां बना लें | ध्यान रखें उन गोलियों को धूप में नहीं बल्कि छाया में सुखा लें | इन्हें मिट्टी के एक पात्र में घर के दक्षिण पश्चिम में रख दें | आपका दाम्पत्य प्रेम बढ़ेगा |
उपाय (६) :- झाड़ू की दो सींको को उल्टा – सीधा रखकर नीले धागे से बांधकर घर के दक्षिण – पश्चिम में रखने से दाम्पत्य प्रेम बढ़ेगा |
उपाय(७):- पति पत्नी दोनों के भोजन से कुछ हिस्सा निकाल कर रोज चिड़ियों को देने से आपसी प्रेम बढ़ता है |
उपाय(8):- यदि पति की नशे की आदत की वजह से दाम्पत्य प्रेम में खलल हो तो घोड़े का पसीना लेकर उसपर दाम्पत्य प्रेम मधुर बनाने का मन्त्र 54 बार पढ़कर हाथों में लगाकर पति को सुंघाने से नशे की आदत छूट जाती है.....

Comments

  1. कृपया मुझे मेल पर और जानकारी भेजते रहें

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